Move to Jagran APP

Ovarian Cancer Day 2024: कम उम्र में महिलाओं को नहीं होती ये बीमारी! जानें इससे जुड़े कुछ मिथक और इनकी सच्चाई

8 मई को दुनियाभर में वर्ल्ड ओवेरियन कैंसर डे (Ovarian cancer) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद ओवेरियन कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करना है। आज भी ऐसी कई महिलाएं हैं जो इस घातक बिमारी के बारे में नहीं जानती और कैंसर की चपेट में आ जाती हैं। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि महिलाओं के बीच इस बीमारी को लेकर जागरूकता बढ़े।

By Jagran News Edited By: Harshita Saxena Updated: Wed, 08 May 2024 06:44 PM (IST)
Hero Image
ओवेरियन कैंसर से जुड़े आम मिथक और तथ्य (Picture Credit- Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कैंसर (Cancer) एक ऐसी बीमारी है, जो दुनियाभर में कई लोगों के जीवन को प्रभावित करती है। हर साल कई लोग इस बीमारी के कारण अपनी जान खो देते हैं। इसलिए कैंसर जैसी के बारे में लोगों को जानकारी होना बेहद जरूरी है। डॉक्टर्स और वैज्ञानिकों के अनुसार कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में शुरू हो सकता है। दुनिया में सबसे खतरनाक बीमारी के रूप में जाना जाने वाला कैंसर कई तरह का होता है, जिसमें प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, लंग्स कैंसर आदि शामिल हैं।

ओवेरियन कैंसर ऐसा ही एक प्रकार हैं, जो सिर्फ महिलाओं को प्रभावित करता है। यह महिलाओं में होने वाले सबसे आम कैंसर में से एक है। आज यानी 8 मई को दुनियाभर में 'वर्ल्ड ओवेरियन कैंसर डे' (World Ovarian Cancer Day 2024) मनाया जा रहा है। इस दिन महिलाओं को ओवेरियन कैंसर के बारे में जानकारी दी जाती है और उन्हें अवेयर किया जाता है। आज इस मौके पर चलिए जानते हैं ओवेरियन कैंसर से जुड़े कुछ मिथक और तथ्यों के बारे में।

यह भी पढ़ें - Ovarian Cancer Day 2024: ओवेरियन कैंसर का संकेत हो सकते हैं आम लगने वाले ये लक्षण, भूलकर भी न करें अनदेखा

मिथक 1: एक युवा महिला ओवेरियन कैंसर से पीड़ित नहीं हो सकती।

तथ्य: यह पूरी तरह से गलत धारणा है। इस बीमारी का उम्र से कोई संबंध नहीं है। कोई भी महिला, चाहे वह किसी भी उम्र की हो, इस घातक बीमारी की चपेट में आ सकती है। 

मिथक 2: पैप स्मियर ओवेरियन कैंसर का पता लगाने में मदद करता है।

तथ्य: ओवरी के कैंसर की पहचान के लिए सबसे अच्छा टेस्ट पैप स्मियर नहीं है। महिलाओं में होने वाले सभी कैंसर का पता पैप स्मियर टेस्ट से नहीं लगाया जा सकता है। ओवेरियन कैंसर की पहचान करने के लिए वर्तमान में कोई परीक्षण उपलब्ध नहीं है। ज्यादातर महिला रोगियों की पहचान तब होती है, जब रोग आसपास के अंगों तक बढ़ जाता है।

यह भी पढ़ें -  Cancer Prevention: लाइफस्टाइल में इन जरूरी बदलावों से रह सकते हैं कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से कोसों दूर

मिथक 3: ओवेरियन कैंसर के शुरुआती स्टेज में किसी लक्षण का पता नहीं चलता।

तथ्य: यह पूरी तरह से सही है। ओवेरियन कैंसर होने पर महिलाओं में शुरुआती संकेत नजर आते हैं। हालांकि, बेहद आम होने की वजह से लोग इसे अनदेखा कर देते हैं। पीरियड्स संबंधी समस्याएं या लगातार पेट से जुड़ी परेशानी इस कैंसर का संकेत हो सकता है। इसके अलावा सूजन, आंत या यूरिन की आदतों में अचानक बदलाव, पेल्विक या पेट में दर्द या दबाव, बिना किसी कारण तेजी से वजन कम होना और अपच ये सभी संकेत हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।

मिथक 4: ओवेरियन कैंसर का पता लगाने के लिए एनुअल हेल्थ चेकअप ही पर्याप्त है।

तथ्य: ओवेरियन कैंसर का पता लगाने के लिए एनुअल हेल्थ चेकअप ही काफी नहीं है। शरीर में कुछ असामान्य लक्षण नजर आने पर तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

Quiz

Correct Rate: 0/2
Correct Streak: 0
Response Time: 0s

fd"a"sds

  • K2-India
  • Mount Everest
  • Karakoram