World PCOS Day 2024: पीसीओएस के लक्षणों को मैनेज करने के लिए रखें डाइट से जुड़ी इन जरूरी बातों का ध्यान
पीसीओएस (PCOS) एक ऐसी समस्या है जिससे दुनियाभर में कई महिलाएं पीड़ित हैं। इस समस्या में हार्मोनल असंतुलन हो जाता है जिसके कारण रोजमर्रा के जीवन में परेशानियां होने लगती हैं। इसलिए इसे मैनेज करने के लिए डाइट (PCOS diet) का खास ख्याल रखना जरूरी है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि PCOS को मैनेज करने के लिए खान-पान से जुड़ी किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) एक ऐसी समस्या है, जिसमें ओवरीज ज्यादा हार्मोन रिलीज करने लगते हैं। इसके कारण उनमें सिस्ट बन जाते हैं, जिनकी वजह से सामान्य जीवन पर भी प्रभाव पड़ता है। हालांकि, ये सिस्ट दर्दनाक नहीं होते, लेकिन हां, इसके लक्षणों की वजह से जीवन पर जरूर प्रभाव पड़ता है। कुछ तरीकों से पीसीओएस को मैनेज किया जा सकता है, जिसमें हेल्दी डाइट (PCOS Diet) भी शामिल है। खान-पान से जुड़ी कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखकर पीसीओएस को मैनेज किया जा सकता है।
पीसीओएस मैनेज करने के लिए डाइट टिप्स (Diet for PCOS)
फल और सब्जियां
- फाइबर से भरपूर- फल और सब्जियां फाइबर से भरपूर होते हैं, जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर- फल और सब्जियां एंटीऑक्सिडेंट से भी भरपूर होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने में मददगार होते हैं।
- उदाहरण- सेब, नाशपाती, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, पालक, ब्रोकोली, गाजर, फूलगोभी आदि।
साबुत अनाज
- फाइबर से भरपूर- साबुत अनाज भी फाइबर से भरपूर होते हैं और ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
- उदाहरण- ब्राउन राइस, ओट्स, क्विनोआ, जौ आदि।
प्रोटीन से भरपूर फूड्स
- भूख कंट्रोल- प्रोटीन घेरलिन और लेप्टिन हार्मोन को नियंत्रित करता है, जिन्हें हंगर हार्मोन यानी भूख का हार्मोन कहा जाता है। इससे जल्दी भूख नहीं लगती और वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
- वजन कंट्रोल- प्रोटीन को पचाने के लिए कैलोरी बर्न होती हैं, जिससे वजन नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
- उदाहरण- मांस, पोल्ट्री, मछली, अंडे, दालें, फलियां आदि।
हेल्दी फैट्स
- हार्ट हेल्थ- हेल्दी फैट्स हार्ट हेल्थ को बढ़ावा देते हैं। साथ ही, ये दिमाग को भी स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
- उदाहरण- साल्मन, अलसी के बीज, चिया सीड्स आदि।
दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स
- हड्डियों की मजबूती- दूध और डेयरी उत्पाद कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
- उदाहरण- दूध, दही, पनीर आदि।
हर्ब्स और मसाले
- एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण- कुछ हर्ब्स और मसाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं, जो शरीर में होने वाली सूजन को कम करते हैं।
- उदाहरण- हल्दी, दालचीनी, अदरक, पुदीना आदि।
PCOS में क्या न खाएं?
- रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट- सफेद ब्रेड, सफेद चावल, पास्ता आदि।
- चीनी से भरपूर फूड्स- कैंडी, पेस्ट्री, सोडा आदि।
- सेचुरेटेड फैट्स- रेड मीट, फुल क्रीम डेयरी उत्पाद आदि।
PCOS में किन बातों का ख्याल रखें?
- नियमित खाना खाएं- दिन भर में नियमित इंटरवेल पर छोटे-छोटे पोर्शन में खाना खाएं।
- हेल्दी डाइट- सुनिश्चित करें कि आपकी डाइट सभी जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर हो।
- सीमित मात्रा में प्रोसेस्ड फूड्स- प्रोसेस्ड फूड्स को बिल्कुल सीमित मात्रा में खाएं।
- पानी पिएं- दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- डाइटिशियन की सलाह लें- यदि आपको PCOS है, तो एक डाइटिशियन से सलाह लेकर अपने लिए सही डाइट चुन सकते हैं।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।