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World Pneumonia Day 2022: निमोनिया हो सकता है जानलेवा, जानिए इसके कारण और लक्षणों के बारे में...

World Pneumonia Day 2022 आमतौर पर निमोनिया बैक्टीरिया या वायरस के कारण होता है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी ये बीमारी हो सकती है। आज इस लेख में आपको निमोनिया के बारे में सबकुछ बताएंगे।

By Saloni UpadhyayEdited By: Updated: Fri, 11 Nov 2022 02:51 PM (IST)
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2022 World Pneumonia Day: कई तरह के कीटाणुओं से निमोनिया हो सकता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क World Pneumonia Day 2022: निमोनिया फेफड़ों में इंफेक्शन के कारण होता है। इसके कारण फेफड़ों में सूजन होने की भी संभावना रहती है। एक्सपर्ट के अनुसार, निमोनिया होने का अधिक खतरा 2 साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के लोगों में ज्यादा रहता है। समय पर इस बीमारी का इलाज न हो, तो निमोनिया जानलेवा साबित हो सकता है। हर साल 12 नवंबर को वर्ल्ड निमोनिया डे मनाया जाता है, इस दिन लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक किया जाता है और इससे बचने के उपाय भी बताए जाते हैं। आइए जानते हैं, निमोनिया के लक्षण और कारणों के बारे में...

निमोनिया के लक्षणों को ऐसे पहचानें-

निमोनिया में अक्सर लोगों को खांसी की समस्या होती है, जिससे फेफड़े प्रभावित होते हैं। सीने में दर्द, सांस लेने में समस्या, तेज़ बुखार आना आदि इस बीमारी के मुख्य लक्षण हैं।

- सांस लेने और खांसने पर सीने में दर्द होना।

- उम्रदराज़ लोगों में कंफ्यूज़न होना

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- खांसी जिसमें बलगम भी हो।

- थकावट।

- बुखार, पसीना आना और कंपकंपी।

- शरीर का तापमान नॉरमल से कम हो जाना।

- उल्टी, मतली या फिर दस्त ।

- सांस लेने में तकलीफ।

अगर आप इन लक्षणों से गुजर रहे हैं, तो डॉक्टर से जरूर सम्पर्क करें।

निमोनिया होने के क्या कारण हैं-

कई तरह के कीटाणुओं से निमोनिया हो सकता है। इनमें से सबसे आम बैक्टीरिया और वायरस उसी हवा में मौजूद होते हैं, जिसमें हम सांस ले रहे हैं।

बैक्टीरिया- यह निमोनिया का सबसे आम कारण है। इस तरह का निमोनिया सर्दी या फ्लू के बाद हो सकता है। यह फेफड़ों के एक हिस्से को प्रभावित कर सकता है, जिसे लोबर निमोनिया कहा जाता है।

बैक्टीरिया जैसे जीव- ये अन्य निमोनिया की तुलना में हल्के लक्षण पैदा करता है। ये ज्यादा गंभीर नहीं होता है इसलिए इसे वॉकिंग निमोनिया भी कहा जाता है।

फंगस- जो लोग पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, या फिर जिनका इम्यून सिस्टम कमज़ोर है, उनमें इस तरह का निमोनिया होने की संभावना ज़्यादा होती है। यह फंगस मिट्टी, पक्षियों का मल और आप किस जगह रह रहे हैं वहां हो सकता है।

वायरस, जिसमें कोविड-19 शामिल है- कुछ वायरस जिनकी वजह से सर्दी और फ्लू होता है, उससे निमोनिया भी हो सकता है। 5 साल से कम उम्र के बच्चों में वायरस निमोनिया का सबसे बड़ा कारण है। वायरल निमोनिया आमतौर पर हल्का रोग होता है। लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर रूप भी ले सकता है, जैसे कि कोविड-19 संक्रमण।

निमोनिया होने के अन्य कारण ये हो सकते हैं-

- अगर आप लंबे समय से हॉस्पिटल में एडमिट है, तो आपको निमोनिया होने का खतरा हो सकता है।

- धूम्रपान करने से आपके फेफड़े प्रभावित होते हैं, इससे निमोनिया होने का ज्यादा जोखिम होता है।

- लंबी और गंभीर बीमारियां, जैसे अस्थमा, COPD, या फिर दिल की बीमारी भी निमोनिया का कारण बन सकती है।

- जो लोग एचआईवी/एड्स से जूझ रहे हैं या ऑर्गन ट्रांसप्लांट हुआ है, या फिर कीमोथैरेपी चल रही है, उनमें भी इसका ख़तरा बढ़ जाता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें किसी पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Pic credit- freepik