World Sleep Day 2023: नींद की कमी से पड़ सकता है दिल के स्वास्थ्य पर भारी असर, अभी सुधार लें आदत
2023 World Sleep Day आपने कई बार सुना होगा कि 6 से 8 घंटों की अच्छी नींद आपके शरीर के संपू्र्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इससे आपकी आधी बीमारियों और शारीरिक दिक्कतों में राहत मिल सकती है।
By Ritu ShawEdited By: Ritu ShawUpdated: Fri, 17 Mar 2023 09:56 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Sleep Day 2023: हेल्दी हार्ट को लेकर आप अपने आस-पास बहुत सी बातें सुनते होंगे। क्या खाना चाहिए, क्या पीना चाहिए, कैसी दिनचर्या होनी चाहिए जैसे तमाम टिप्स आपको मिले होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ आदतें ऐसी हैं, जिन्हें अपनाने से आप हृदय स्वास्थ्य के जोखिम को रोक सकते हैं। वो है रात की अच्छी नींद। दुनियाभर में आज यानि 17 मार्च को स्लीप डे मनाया जा रहा है, तो चलिए जानते हैं नींद का दिल के स्वास्थ्य से कनेक्शन के बारे में।
आपने कई बार सुना होगा कि 6 से 8 घंटों की अच्छी नींद आपके शरीर के संपू्र्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इससे आपकी आधी बीमारियों और शारीरिक दिक्कतों में राहत मिल सकती है। दूसरी ओर दिल के लिए भी अच्छी नींद काफी लाभकारी साबित हो सकते हैं।एक आरामदायक नींद आपके दिल के लिए कई प्रकार के लाभ प्रदान कर सकती है जबकि एक कच्ची और टूटी हुई नींद इसके विपरीत काम कर सकती है। खराब नींद से दिल के दौरे समेत कई अन्य पुरानी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है।
स्लीप फ़ाउंडेशन के मुताबिक, सामान्य, स्वस्थ नींद के दौरान, रक्तचाप लगभग 10-20% तक गिर जाता है और यह हृदय स्वास्थ्य में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। लेकिन जब कोई व्यक्ति रात को ठीक से सो नहीं पाता है, ब्लडप्रेशन रात में नीचे नहीं आ पाता। अध्ययनों में पाया गया है कि रात के समय बढ़ा हुआ रक्तचाप आपके हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ा होता है - जो हृदय रोगों के लिए एक जोखिम कारक है।इसके अलावा नींद की कमी दिल को कई तरह से प्रभावित कर सकती है। यह हाई ब्लड प्रेशनर का कारण बन सकती है जो स्वयं हृदय रोग और दिल के दौरे के लिए एक जोखिम कारक है। नींद की कमी से धमनियों में कोलेस्ट्रॉल के जमाव की संभावना अधिक होती है। कोरोनरी धमनियां हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर जैसी घटनाओं के जोखिम को बढ़ाती हैं। कम नींद लेने वाले लोगों में लगभग 20-30% तक दिल की विफलता का खतरा बढ़ जाता है। नींद की कमी से मोटापा और उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ जाता है जो हृदय रोगों का कारण बनता है। रात के समय, बीपी हाई होता है और इसीलिए इसे रात का उच्च रक्तचाप कहते हैं, जिससे दिल के दौरे की घटनाएं बहुत अधिक होती हैं। नींद की कमी के कारण, स्ट्रोक, पक्षाघात और मधुमेह की उच्च घटनाएं भी शामिल हैं।
नींद की कमी दिल को इन 5 तरह से कर सकती है प्रभावित-1. हार्ट अटैक की संभावना को बढ़ाता है।2. हार्ट फेल होने की संभावना को बढ़ाता है।3. हाई ब्लड प्रेशर, हाई शुगर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसे हृदय रोगों के लिए अन्य जोखिम कारणों के होने की संभावना को बढ़ाता है।4. पहले से मौजूद कार्डियक स्थितियों को खराब करता है।5. अस्वास्थ्यकर खाने की आदतें, गतिहीन जीवन शैली और वजन बढ़ना, जो बदले में हृदय पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
Disclaimer: स्टोरी में दिए गए सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।