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Pregnancy Stretch Marks: प्रेग्नेंसी स्ट्रेच मार्क्स की हो रही है चिंता? ये टिप्स कर सकते हैं आपकी मदद

Pregnancy Stretch Marks गर्भावस्था के दौरान होने वाले स्ट्रेच मार्क्स एक आम प्रक्रिया है जिससे हर महिला गुजरती है। लेकिन कुछ लोगों को ये काफी परेशान करता है। तो चलिए जानते हैं इसे क्योर करने के उपाय के बारे में।

By Ritu ShawEdited By: Ritu ShawUpdated: Mon, 15 May 2023 11:40 AM (IST)
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प्रेग्नेंसी स्ट्रेच मार्क्स की हो रही है चिंता? पढ़ें पूरी खबर
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Pregnancy Stretch Marks: गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स आना एक सामान्य प्रक्रिया है, जिससे दस में से नौ प्रेग्नेंट महिला गुजरती है। इस दौरान केवल पेट ही नहीं बल्कि स्तनों और कूल्हे के आसपास भी खिचाव के निशान नजर आते हैं। ये गुलाबी धारियां तब होती हैं, जब गर्भावस्था के दौरान कोलेजन और इलास्टिन (त्वचा को तना हुआ रखने वाले फाइबर) तेजी से वजन बढ़ने के दबाव के कारण खिंचने लगते हैं।

इन स्ट्रेच मार्क्स को कम करने का सबसे अच्छा समय तब होता है, जब ये नए होते हैं। एक बार जब निशान सफेद हो जाते हैं, तो उनका इलाज करना बेहद मुश्किल होता है। हालांकि, अभी तक ऐसा कोई उपचार नहीं बना है, जिससे ये निशान पूरी तरह से गायब हो जाएं। लेकिन कुछ सावधानियों के साथ इन्हें कम जरूर किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं प्रेग्नेंसी स्ट्रेच मार्क्स से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें।

प्रेग्नेंसी स्ट्रेच मार्क्स जेनेटिक पर निर्भर करते हैं। अगर आपकी मां या नानी को इसके निशान विकसित हुए हैं, तो आप भी इसकी अधिक संभावना रखती हैं। स्ट्रेच मार्क्स के निशान को रोकने का कोई निश्चित तरीका नहीं है, लेकिन कुछ टिप्स हैं जिनकी मदद से गर्भावस्था के दौरान उन्हें कम से कम रखा जा सकता है।

गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स से कैसे बचें

डॉक्टर द्वारा सुझाए गए स्ट्रेच मार्क क्रीम का इस्तेमाल करें।

निश्चित सीमाओं के अंदर ही अपना वजन बढ़ाने का लक्ष्य रखें।

धूप में ज्यादा समय बिताने से बचें।

पहला ट्राइमेस्टर

एक बार प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आ जाए, तो उन हिस्सों को मॉइश्चराइज करना शुरू कर दें, जहां स्ट्रेच मार्क्स के निशान होने की सबसे अधिक संभावना होती है, जैसे कि पेट, पीठ के निचले हिस्से, स्तन और कूल्हे। मॉइश्चराइजर त्वचा की इलास्टिसिटी को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे आपके शरीर का विस्तार शुरू होने पर निशान बनने की संभावना कम होती है।

सुबह एक हाइड्रेटिंग क्रीम या लोशन का इस्तेमाल करें है। इसके लिए नारियल का तेल, शीया बटर और विटामिन ई युक्त बादाम के तेल भी फायदेमंद हो सकते हैं।

त्वचा को पोषण देने वाले तेल जैसे बायो-ऑयल की कुछ बूंदों को हॉट शावर के लिए पानी में मिलाएं ताकि शरीर का हर हिस्सा मॉइश्चराइज हो सके।

डॉक्टर की सलाह के बाद अधिक जोर डाले बिना धीरे-धीरे और लगातार वजन बढ़ाने का लक्ष्य रखें।

ध्यान रखे: वजन को नियंत्रण में रखें। गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ वजन (सामान्य वजन वाली महिलाओं के लिए 25 से 35 पाउंड) प्राप्त करने से स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में मदद मिल सकती है।

दूसरा ट्राइमेस्टर

शुरुआत से उपाय करने के बाद भी आपके शरीर पर स्ट्रेच दिखने शुरू हो गए हैं, तो परेशान न हों बल्कि यह सोचकर निश्चिंत हो जाएं कि अब आपके पास इन नए मार्क्स को कम करने का सबसे अच्छा मौका है। क्योंकि एक बार जब ये निशान सफेद हो जाते हैं, तो उनका इलाज करना बेहद मुश्किल होता है।

इन निशानों पर डॉक्टर द्वारा सुझाए गए लोशन का नियमित रूप से इस्तेमाल करें।

डिलीवरी के बाद

नरम त्वचा पर स्ट्रेच मार्क्स का अधिक ध्यान देना चाहिए, इसलिए डिलीवरी के बाद फर्मिंग सीरम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

डिलीवरी के बाद स्ट्रेच मार्क्स आमतौर पर फीके पड़ जाते हैं और समय के साथ शायद ही ध्यान देने पर नजर आते हैं। लेकिन अगर आप अभी भी उनसे नाखुश हैं, तो एक स्किन एक्सपर्ट से सलाह ले सकते हैं। इसलिए बच्चे के आने के तुरंत बाद डॉक्टर से सलाह लें।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik