Yoga for Digestion: बेहतर पाचन को देना चाहते हैं बढ़ावा, तो रोजाना करें इन आसनों का अभ्यास
Yoga for Digestion योग कई वर्षों से लोगों की सेहत को बेहतर कर रहा है। पाचन को दुरुस्त करने और बेहतर बनाने में भी योग काफी सहायक है। अगर आप अक्सर पाचन से जुड़ी समस्याओं से परेशान रहते हैं तो आज हम आपको बताएंगे योग के कुछ ऐसे आसनों के बारे में जो आपके पाचन के लिए लाभदायक साबित होंगे।
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Wed, 06 Sep 2023 09:52 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Yoga for Digestion: इन दिनों लोगों की जीवनशैली काफी बदल चुकी है। कामकाज के बोझ से लेकर रोज की भागदौड़ तक, लोगों के जीने के तरीकों में तेजी से बदलाव हो रहे हैं। लगातार बदलती लाइफस्टाइल की वजह से लोगों की कई सारी आदतें भी खराब होती जा रही है। खाने की गलत आदतें और समय अक्सर पेट से जुड़ी कई समस्याओं का शिकार बना देती हैं। ऐसे में जरूरी है कि अपने पाचन को दुरुस्त बनाने के लिए सही कदम उठाए जाए।
योग एक ऐसा अभ्यास है, जो कई साल से लोगों को तमाम समस्याओं और बीमारियों से दूर रखता आया है। एक सेहतमंद जीवन जीने में योग आपकी काफी मदद कर सकता है। पाचन को बेहतर बनाने में भी योग काफी सहायक है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे आसनों के बारे में, जो अच्छे पाचन को बढ़ावा देते हैं।
पार्श्व सुखासन
पाचन को बेहतर बनाने के लिए पार्श्व सुखासन एक बढ़िया आसन है। यह आसन आपकी स्पाइन को स्ट्रेच कर मजबूत बनाता है। साथ ही यह पेट की मांसपेशियों मजबूत करने में भी मदद करता है। इस आसन को करने से आपका पाचन तो बेहतर होगा ही, साथ में पूरे शरीर की कसरत भी होगी।अर्ध मत्स्येन्द्रासन
अर्ध मत्स्येन्द्रासन को हाफ स्पाइनल पोज या वक्रासन के नाम से भी जाना जाता है। इसे करने से शरीर ट्विस्टेड मोशन होता है, जिससे बॉवेल रेगुलेरिटी को बढ़ावा मिलता है और यह आसन सूजन को कम करने में भी सहायक होती है।
अपानासन
बेहतर पाचन के लिए आप अपानासन का भी अभ्यास कर सकते हैं। यह एक सौम्य क्रिया है, जो मल त्याग को बढ़ावा देती है। साथ ही इस आसन को करने से मांसपेशियों में खिंचाव होता है और दर्द में आराम मिलता है।कोबरा मुद्रा या भुंजगासन
कोबरा आसन को भुजंगासन के नाम से भी जाना जाता है। यह आसन पाचन तंत्र और यूरिनरी ट्रैक्ट की समस्याएं दूर करने में मददगार है। साथ ही इसे करने से रीढ़ की हड्डी में मजबूती और लचीलापन बढ़ सकता है। भुजंगासन पेट के निचले हिस्से में मौजूद सभी अंगों के काम करने की क्षमता भी बढ़ाता है।