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Yoga For Piles: बवासीर की समस्या से परेशान मरीज इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलता है बहुत हद तक आराम

Yoga For Piles पाइल्स की परेशानी अक्सर पाचन तंत्र में गड़बड़ी की वजह से होता है। बहुत ज्यादा तला-भुना जंक खाने से कब्ज की समस्या हो सकती है और कब्ज को समय रहते ठीक करने पर ध्यान न दिया जाए तो इससे पाइल्स यानी बवासीर की समस्या हो सकती है। जिसमें मलत्याग के दौरान दर्द और खून निकलता है। कुछ योगासनों की मदद से पा सकते हैं इससे राहत।

By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Sun, 10 Sep 2023 07:43 AM (IST)
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Yoga For Piles: पाइल्स से परेशान मरीज करें इन योगासनों का अभ्यास
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Yoga For Piles: बवासीर एक बहुत ही गंभीर बीमारी है, जिससे आजकल ज्यादातर लोग जूझ रहे हैं। इस समस्या को पाइल्स और हेमोरॉयड्स के नाम से भी जाना जाता है। बवासीर का सबसे बड़ा कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल और ईटिंग हैबिट्स हैं। अगर आप इस समस्या को दूर करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको इन चीज़ों में बदलाव लाना होगा। इसके अलावा कुछ योगासनों की मदद से भी आप पा सकते हैं इस समस्या से काफी हद तक छुटकारा। 

मलासन

मालासन का अभ्यास महिलाओं के लिए तो बेहद फायदेमंद है। इस आसन को करने से कब्ज की समस्या में राहत मिलती है। जिसकी वजह से बवासीर की समस्या होती है। ये आसन न केवल आपकी रीढ़, हिप और थाइज पर काम करता है। इसके अलावा ये आपके पूरे पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है। अगर आप इस आसन का रोजाना अभ्यास करेंगे तो बहुत हद तक बवासीर में आराम मिलेगा। 

पवनमुक्तासन

पवनमुक्तासन का अभ्यास करते से पेट से जुड़ी कई समस्याओं में लाभ मिलता है। इससे गैस की प्रॉब्लम दूर होती है। ये आसन हिप एरिया में मसल्स के तनाव को कम करने में भी मददगार होता है। इस आसन को भी कम से तीन से पांच बार करें। पेट पर दबाव पड़ने से चर्बी भी कम होती है। 

विपरीत करणी

विपरीत करनी के अभ्यास से ब्लड का सर्कुलेशन नीचे से ऊपर से ओर होता है मतलब हिप एरिया की ओर। इससे उस एरिया में ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ जाता है। जिससे मल त्याग के दौरान होने वाले दर्द से काफी हद तक राहत मिलती है। 

सर्वांगासन

सर्वांगासन के रोजाना अभ्यास से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है। इस आसन को करना पेट और हिप के आसपास के एरिया के लिए फायदेमंद होता है। यह आसन बॉडी में पाचक रस के प्रवाह के सर्कुलेशन में भी मदद करता है। तो इस आसन का कम से दो से तीन बार कम से कम 10 सेकंड तक अभ्यास करें।

Pic credit- freepik