क्या है Stroke जो कभी भी ले सकता है आपकी जान, जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के तरीके
स्ट्रोक (Stroke) एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है जो कई बार जानलेवा तक साबित हो सकती है। इन दिनों इसके मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। अमेरिका में जहां एक भारतीय स्टूडेंट की स्ट्रोक से जान चली गई तो वहीं एक ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी के फाउंडर ने भी हाल ही में खुद को स्ट्रोक आने का खुलासा किया। आइए जानते हैं इस गंभीर स्थिति से जुड़ी सभी बातें-
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हार्ट अटैक की ही तरह इन दिनों स्ट्रोक (Stroke) के मामले भी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी जीरोधा के फाउंडर नितिन कामथ (Zerodha's Nithin Kamath) ने बताया कि उन्हें एक माइल्ड स्ट्रोक हुआ था। इतना ही नहीं अमेरिका में हाई स्टडीज के लिए गए हैदराबाद के एक स्टूडेंट की भी ब्रेन स्ट्रोक से मौत हो गई। यह एक जानलेवा स्थिति है, जो किसी को भी अपना शिकार बना सकती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे इस स्वास्थ्य स्थिति से जुड़ी सभी जरूरी बातों के बारे में-
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क्या है ब्रेन स्ट्रोक?
क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक स्ट्रोक या ब्रेन स्ट्रोक एक जानलेवा स्थिति है, जो तब होती है जब आपके मस्तिष्क के हिस्से में पर्याप्त ब्लड फ्लो नहीं होता है। यह आमतौर पर आपके ब्रेन में आर्टरी ब्लॉक होने या ब्लीडिंग के कारण होता है। सही मात्रा में खून की पूर्ति न होने पर उस जगह के ब्रेन सेल्स ऑक्सीजन की कमी से मरने लगते हैं।इसका प्रभाव किसे पड़ता है?
बच्चों से लेकर वयस्कों तक, किसी को भी स्ट्रोक हो सकता है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें दूसरों की तुलना में इसका खतरा ज्यादा होता है। साथ ही 65 साल की उम्र के बाद इस का खतरा बढ़ जाता है।
किन लोगों को ज्यादा खतरा?
वैसे तो स्ट्रोक किसी को भी अपना शिकार बना सकता है, लेकिन कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियों वाले लोगों को इसका खतरा ज्यादा होता है। इन लोगों में निम्न शामिल हैं-- हाई ब्लड प्रेशर
- हाई कोलेस्ट्रॉल (हाइपरलिपिडेमिया)
- टाइप 2 डायबिटीज
- स्ट्रोक, दिल का दौरा या एट्रियल फिब्रिलेशन का इतिहास
कितना आम है स्ट्रोक?
स्ट्रोक बहुत आम हैं। दुनिया भर में, स्ट्रोक मौत के प्रमुख कारणों में दूसरे स्थान पर है। इतना ही नहीं स्ट्रोक दुनिया भर में विकलांगता का एक प्रमुख कारण भी है।
स्ट्रोक के लक्षण क्या हैं?
स्ट्रोक के लक्षणों में निम्नलिखित में से एक या इससे ज्यादा शामिल हो सकते हैं:-- एक तरफ पैरालिसिस होना
- बोलने में कठिनाई या बोलने की क्षमता खत्म हो जाना
- ब्लर या डबल विजन (डिप्लोपिया)
- कॉर्डिनेशन की कमी
- चक्कर आना
- उल्टी आना
- गर्दन में अकड़न
- व्यक्तित्व में परिवर्तन
- भ्रम या व्याकुलता
- दौरे पड़ना
- मेमोरी लॉस
- सिरदर्द बेहोश हो जाना
स्ट्रोक का कारण क्या है?
- एथेरोस्क्लेरोसिस
- ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर
- एट्रिअल फिब्रिलेशन
- हार्ट डिफेक्ट (एट्रियल सेप्टल डिफेक्ट या वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफेक्ट)
- माइक्रोवैस्कुलर इस्केमिक डिजीज
- हाई ब्लड प्रेशर
- ब्रेन ट्यूमर (कैंसर सहित)
स्ट्रोक के लाइफस्टाइल से जुड़े अन्य कारण
- शराब का ज्यादा सेवन
- हाई ब्लड प्रेशर
- हाई कोलेस्ट्रॉल (हाइपरलिपिडिमिया)
- माइग्रेन सिरदर्द
- टाइप 2 डायबिटीज
- धूम्रपान और तम्बाकू का इस्तेमाल
- नशीली दवाओं का दुरुपयोग
ब्रेन स्ट्रोक से ऐसे करें बचाव
- अपनी जीवनशैली में सुधार करें। स्वस्थ आहार खाने और व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल कर स्ट्रोक का खतरा कम किया जा सकता है।
- सेहतमंद रहने के लिए अच्छी नींद बेहद जरूरी है। ऐसे में सात से आठ घंटे की पर्याप्त नींद जरूर लें।
- धूम्रपान और तम्बाकू का इस्तेमाल कम या बंद कर दें। इसके अलावा अन्य नशीली दवाएं और शराब से भी परहेज करें।
- अपनी अन्य मेडिकल कंडीशन जैसे मोटापा, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, टाइप 2 डायबिटीज आदि को कंट्रोल में रखें।