Zoonotic Diseases: सिर्फ स्ट्रे एनिमल ही नहीं आपके पेट्स भी फैला सकते हैं कई बीमारियां, जानें बचाव के तरीके
Zoonotic Diseases हमारा हमारे पेट के साथ बहुत गहरा रिश्ता होता है। उन्हें गले लगा कर उनके साथ खेल कर ही हमारा मूड अच्छा हो जाता है। हालांकि क्या आपको पता है कि आपके पेट कई पैथोजेंस भी कैरी करते हैं। आइए जानते है आपके पेट से क्या क्या बीमारियां हो सकती हैं और उनसे बचने के लिए क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Zoonotic Diseases: हमारे पेट्स के लिए हमारे दिल में एक खास जगह होती है। उनकी सुख सुविधाओं का ध्यान रखने के लिए हम न जाने कितने ही पैसे खर्च करते हैं। उनके साथ टाइम बिताना, खेलना एक बहुत अच्छा मूड लिफ्टर होता है। लेकिन कई पैथोजेंस ऐसे हैं, जो आपके पेट के जरिए आप पर हमला कर सकते हैं ,जिनसे होने वाली बीमारियां जानलेवा हो सकती है। इन इंफेक्शंस का ज्यादा खतरा बच्चों, प्रेगनेंट महिलाओं और बुजुर्गों को हो सकता है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि इंफेक्शन से बचने के लिए क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
पालतू जानवरों से कौन सी बीमारियों के संक्रमण का खतरा है
सबसे अधिक कुत्तों और बिल्लियों से संक्रमण का खतरा होता है। कुत्तों की लार में कैप्नोसाइटोफागा (capnocytophaga) बैक्टीरिया पाया जाता है, जो उनके काटने या क्लोज कॉन्टैक्ट जैसे उनके मुंह को चूमना आदि से फैल सकता है। बिल्लियों के नोचने से या काटने से बार्टोनेला हेन्सेला (Bartonella henselae) बैक्टीरिया का संक्रमण होने का खतरा होता है। इनके अलावा मछलियों और कछुओं से वाइब्रोसिस (vibrosis) और सलमोनेलोसिज (salmonellosis) होने की संभावना होती है।
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कैसे हो सकता है संक्रमण
जानवरों से फैलने वाली बीमारियों को जूनोसिस या जूनोटिक कहते हैं। यह आपके पेट के लार, बॉडी फ्लूड, मल, क्लोज कॉनटैक्ट या उनके बेड, खाने और पानी से भी फैल सकता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि अगर आपका पेट कोई पैथोजेन कैरी कर भी रहा है तो जरूरी नहीं कि वह बीमार दिखे। यही कारण है कि कई बार हम इन इंफेक्शंस के बारे में सतर्क नहीं हो पाते हैं।
इंफेक्शन के रोक थाम के उपाय
- अपने पेट को छूने के बाद अच्छे से साबुन से हाथ धोए। अगर हाथ न धो पाएं तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- उनका मल साफ करते हुए दस्तानों और मास्क का प्रयोग करें।
- एक्वेरियम साफ करते समय दस्तानों का इस्तेमाल करें और उसका पानी किचन के सिंक में ना डालें।
- बच्चों को पेट के मुंह से ना सटने देंपेट के स्क्रैच और बाइट से बचने की कोशिश करें।
- पेट के रहने और खाने की जगह को रोज अच्छे से disinfectant से साफ करें।
- अपने पालतू पशुओं को किचन से बाहर रखें
- यदि आपका पेट बीमार लगे तो तुरंत ही वेटरनरी डॉक्टर से संपर्क करें।
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Author- Swati Sharma
Disclaimer: लेख में उल्लिखि त सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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