Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Mameru Ceremony से हुआ अनंत-राधिका की शादी की रस्मों का शुभारंभ, जानें क्या है यह खास रस्म

अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी साल की शुरुआत से ही खबरों में है। 12 जुलाई को सात जनमों के बंधन में बंधने जा रहे अनंत और राधिका की शादी (Anant-Radhika Wedding) की रस्में बुधवार से शुरू हो गईं। बुधवार को आयोजित मामेरू (Mameru) की रस्म में अंबानी और मर्चेंट परिवार के सदस्य शामिल हुए। आइए जानते हैं क्या है यह रस्म।

By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Thu, 04 Jul 2024 01:17 PM (IST)
Hero Image
अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की Mameru Ceremony की झलक (Picture Courtesy: Instagram and REUTERS)

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Anant Ambani-Radhika Merchant Mameru Ceremony: अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट 12 जुलाई को शादी के बंधन में बंधने को तैयार हैं। इन दोनों की शादी की धूम कई महीनों से खबरों में छाई हुई है। अपनी शादी की खुशियां बांटने के लिए उन्होंने दो प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन का आयोजन किया था, जिसमें दुनियाभर के सुपरस्टार्स शामिल हुए। बीते बुधवार यानी 3 जुलाई से उनकी शादी की रस्में भी शुरू हो गईं। अनंत और राधिका की मामेरू की रस्म का आयोजन हुआ।

(Picture Courtesy:REUTERS)

इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हो रही हैं, जिसमें अनंत और राधिका काफी खूबसूरत लग रहे हैं। इनके साथ ही, अंबानी परिवार के अन्य सदस्य और राधिका के परिवारजन भी इस समारोह काफी रॉयल लुक में नजर आए। ईशा अंबानी अपने पति आनंद परीलम और अपने बच्चों के साथ पोज देते नजर आए, तो वहीं आकाश अंबानी और श्लोका मेहता भी किसी से कम नहीं लग रहे थे, लेकिन जिस रस्म के लिए इतना भव्य आयोजन किया गया था, क्या आप उसके बारे में जानते हैं कि वह आखिर है क्या। आइए जानते हैं मामेरू रस्म के बारे में।

(Picture Courtesy: REUTERS)

यह भी पढ़ें: अनंत अंबानी-राधिका के 'मामेरू सेरेमनी' में ब्वॉयफ्रेंड संग पहुंचीं जाह्नवी कपूर, पिंक लहंगे में दिखीं बेहद खूबसूरत

क्या है मामेरू या मोसालू की रस्म?

मामेरू का गुजराती में मतलब होता है-मामा, यानी मां का भाई। इस रस्म का नाम इसलिए मामेरू पड़ा, क्योंकि इसमें दुल्हा और दुल्हन के मामा, उनके लिए और उनके परिवार के लिए अपनी क्षमता के अनुसार तोहफे लाते हैं और खूब सारा आशीर्वाद देते हैं। इस रस्म को मोसालू भी कहा जाता है। गुजराती शादी में इस परंपरा का काफी महत्व होता है। इसमें शादी के कुछ दिनों पहले मामा और उनके परिवार की तरफ से दुल्हा और दुल्हन के लिए कई उपहार आते हैं। इस रस्म में मां के परिवार की तरफ से जो तोहफे मिलते हैं, उसे मामेरू कहा जाता है। इसमें न सिर्फ तोहफे दिए जाते हैं, बल्कि होने वाले दुल्हा और दुल्हन को सुखी दांपत्य जीवन का आशीर्वाद भी मिलता है। परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर खुशियां बांटने का यह एक बेहद खास तरीका है।

(Picture Courtesy: REUTERS)

अनंत और राधिका की मामेरू रस्म के लिए नीता अंबानी की मां पूर्णिमा दलाल और उनकी बहन ममता दलाल आए। साथ ही, उनके परिवार के अन्य सदस्य भी इस रस्म में शामिल होते नजर आए। तस्वीरों में अनंत और राधिका के परिवारजनों की खुशी साफ झलक रही थी। एक तरह से देखा जाए, तो इस रस्म के जरिए परिवार के अन्य सदस्यों को सम्मान और खुशी में शामिल होने का निमंत्रण दिया जाता है।

 (Picture Courtesy:REUTERS)

यह भी पढ़ें: बेटे अनंत की शादी के लिए Nita Ambani ने वाराणसी में की Banarasi Saree की शॉपिंग, इस खास डिजाइन को किया पसंद