65 साल की हुई 'बार्बी', दुनियाभर में बिक चुकी हैं 100 करोड़ से ज्यादा डॉल्स, जानिए इसका दिलचस्प सफर
आपने भी कभी न कभी छोटे बच्चों के आसपास बार्बी डॉल्स जरूर देखी होंगी लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनकी शुरुआत कैसे हुई? बार्बी की कहानी में अमेरिका की बड़ी बिजनेसवुमन और मैटल कंपनी की को-फाउंडर रूथ हैंडलर का मुख्य रोल है। इन्होंने ही आज से 65 साल पहले 9 मार्च 1959 को पहली बार्बी को दुनिया के सामने पेश किया था। आइए जानें इसके बारे में।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Barbie Turns 65: बार्बी का नाम सुनते ही आपके मन में एक डॉल की तस्वीर आती होगी। यह दुनियाभर में बच्चियों की पसंदीदा डॉल्स में से एक है। दरअसल, साल 1959 में 9 मार्च के दिन इसे डेब्यू किया गया था। 65 साल पहले पहली बार्बी डॉल को न्यूयॉर्क के अमेरिकन टॉय फेयर में पेश किया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुनहरे बालों और अडल्ट फीचर्स वाली बार्बी डॉल 11 इंच लंबी थी। आइए आज के इस खास दिन पर आपको बताते हैं इसका रोचक सफर।
ऐसे मिला बार्बी डॉल बनाने का आइडिया
हुआ ये कि एक दिन रूथ हैंडलर ने अपनी बेटी बारबरा को पेपर डॉल्स के साथ खेलते देखा। उन्होंने इस बात पर भी गौर किया, कि उनकी बेटी हमेशा इस डॉल को एक यंग लड़की का किरदार देने की कोशिश करती है। बस फिर यहीं से रूथ को अपनी नई डॉल का आइडिया मिल गया।बताया जाता है कि रूथ ने अपने पति को अडल्ट बॉडी वाली डॉल बनाने का सजेशन दिया। हालांकि उनके पति ने इस ओर कुछ खास ध्यान नहीं दिया, लेकिन साल 1956 में रूथ अपने बच्चों के साथ जब यूरोप की यात्रा पर गईं, तो उन्होंने एक दुकान पर बिल्ड लिली नाम की एक डॉल को देखा।
यह ठीक वैसी ही थी, जैसी रूथ चाहती थीं। इसके बाद अपनी यात्रा से वापस अमेरिका आकर रूथ ने डॉल को रिडिजाइन किया और इसे बार्बी नाम दे दिया। बात दें, बार्बी डॉल को पहली बार 9 मार्च, 1959 को न्यूयॉर्क शहर में अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय खिलौने मेले में पेश किया गया।यह भी पढ़ें- ये भारतीय हसिनाएं कर चुकी हैं मिस वर्ल्ड का ताज अपने नाम, जानें कौन-कौन है लिस्ट में शामिल