ऑफिस में बेवजह के वर्क प्रेशर ने उड़ा रखी है नींद, तो बहुत ही आसान तरीकों से कर सकते हैं इसे मैनेज
ऑफिस वैसे तो हम काम करने के लिए ही जाते हैं लेकिन अगर आपका काम ऐसा बन चुका है कि आपको सीट से उठने की एक मिनट की फुर्सत नहीं तो बहुत लंबे समय तक ऐेसे सिचुएशन में मैनेज कर पाना पॉसिबल नहीं। इससे कर्मचारी तनाव डिप्रेशन और एंग्जाइटी का शिकार हो सकते हैं। जिससे प्रोडक्टिविटी पर असर पड़ता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। ऑफिस में किसी खास मौके या प्रोजेक्ट के चलते वर्कलोड बढ़ना आम बात होती है और एक- दो दिन जमकर काम करने में कोई दिक्कत भी नहीं होती, इसे एम्प्लॉई एन्जॉय करते हुए हैंडल कर लेते हैं, लेकिन जब ये रोजाना की बात हो जाए, दिक्कतें तब शुरू होती हैं। हद से ज्यादा काम, ओवरटाइम करने से कर्मचारियों की डे टू डे की लाइफ पर असर पड़ने लगता है, जिसकी वजह से तनाव और डिप्रेशन की संभावना बढ़ने लगती है। हाई वर्क प्रेशर से प्रोडक्टिविटी तो डाउन होती ही है, साथ ही ये उलझनों पर्सनल लाइफ को भी प्रभावित होने लगती है। अगर आपके भी ऑफिस में बहुत ज्यादा वक्त प्रेशर है, जिसके चलते आप वर्क- लाइफ बैलेंस नहीं कर पा रहे हैं, तो इस ओर ध्यान देने और स्थिति को जल्द से जल्द संभालने की जरूरत है। वरना स्थिति और बिगड़ सकती है।
ऑफिस में बेवजह के वर्कप्रेशर को हैंडल करने के तरीके
1. एकदम से अगर आपका वर्कलोड बढ़ा दिया जाए, तो पहले आराम से बैठकर यह समझने की कोशिश करें कि ये आपकी प्रोफाइल में शामिल है या नहीं। अगर इसका जवाब ना है, तो मैनेजर, बॉस से बात करें। कोई सॉल्यूशन न मिले फिर मैनेजमेंट को अप्रोच करें।
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2. कुछ दिनों की बात हो, तो ज्यादा परेशान न हों। कई बार ये प्रेशर क्लाइंट की ओर से होता है, लेकिन काम खत्म हो जाने के बाद प्रेशर भी खत्म हो जाता है।
3. वर्कलोड के बीच बैलेंस बैठाने की कोशिश करें। मैनेजर से काम को बांटने के लिए कह सकते हैं। इससे प्रेशर भी कम हो जाएगा और काम भी जल्दी हो जाएगा। ये सजेशन देते वक्त अपने सीनियर के सामने शांति से अपनी बात रखें और उन्हें बताएं कि कैसे अपनी प्रोफाइल से जुड़े काम न करने से आपके करियर और सक्सेस में आगे चलकर प्रॉब्लम हो सकती है।