गर्मी और उमस में कूलर नहीं कर रहा ठीक से काम, तो आजमाएं ये जुगाड़, मिलेगी AC जैसी ठंडक
क्या आप जानते हैं कि कुछ देसी जुगाड़ अपनाने से कूलर से AC की कूलिंग का मजा लिया जा सकता है? अगर नहीं तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है। यहां हम आपको ऐसे ही कुछ ट्रिक्स (Air Cooler Tips) बताने जा रहे हैं जिससे उमस और गर्मी के बावजूद कूलर की मदद से कमरे को कश्मीर बनाया जा सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। How To Increase Cooling Of Cooler: भीषण गर्मी के बाद अब दिन-ब-दिन बढ़ रही उमस ने लोगों का जीना बेहाल कर दिया है। ऐसे में, सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों के लिए है जिनके यहां कूलर लगा है, क्योंकि इस मौसम में ये ठंडक देने के बजाय कमरे में घुटन और चिपचिपाहट बढ़ाने का काम कर रहा है। इस समस्या से अगर आप भी परेशान हैं, तो हर उपाय अपनाकर थक चुके हैं, तो मुमकिन है कि ये आर्टिकल आपकी परेशानी का हल कर दे। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे सिंपल टिप्स (Air Cooler Cooling Tips) जिन्हें फॉलो करके कूलर से भी AC जैसी ठंडी हवा पाई जा सकती है। आइए जानें।
कूलर की कूलिंग बढ़ाएंगे ये तरीके
पहला तरीका
आपको मार्केट से एक मटका (Earthen Pot) खरीदकर घर लाना है और फिर इसके तले में ड्रिल मशीन से 4-5 छेद कर लेने हैं। इसके बाद कूलर का ढक्कन खोलकर इसकी मोटर को मटके के अंदर डालकर मटका कूलर के बीच में रख देना है। अब जब आप कूलर में पानी भरेंगे तो यह मटके में भी भर जाएगा और इससे होने वाले इवेपरेशन के कारण कूलर 3 गुना ज्यादा ठंडी हवा देने लगेगा।यह भी पढ़ें- लिविंग रूम के साथ सोफा पिलो को मैच करने के लिए रखें कुछ खास बातों का ख्याल, सभी करेंगे तारीफ
दूसरा तरीका
कूलर की हवा को ज्यादा ठंडा करना है तो इसके कूलिंग पैड पर ध्यान देना भी जरूरी है। अगर आपने इसमें हनीकॉम्ब पैड लगाया हुआ है, तो जान लें कि ये घास वाले पैड जितनी ठंडक नहीं देता है। ऐसे में, आप हनीकॉम्ब पैड को घास वाले पैड से रिप्लेस कर दें। फिर आप पाएंगे कि इसका कूलिंग इफेक्ट कई गुना बढ़ गया है।इन बातों का भी रखें ध्यान
अगर आप नया कूलर खरीद रहे हैं, तो उसकी क्वालिटी पर खास गौर करें। उसका फ्लो रेट कम से कम 800 लीटर/घंटे होना चाहिए, जिससे कि पानी का सर्कुलेशन बेहतर बना रहे और पैड पर भी सही ढंग से पानी पहुंचता रहे।
इसके अलावा हर सीजन में आप नया कूलिंग पैड लगवा सकते हैं, क्योंकि धूम मिट्टी और पानी में कचरा होने के कारण ये काफी जल्दी गंदे हो जाते हैं, जिससे इसके छेद तो बंद होने ही लगते हैं, साथ ही इसमें कई बैक्टीरिया भी पैदा होना शुरू हो जाते हैं।यह भी पढ़ें- बच्चों के कमरे को देना है न्यू लुक, तो अपनाएं कुछ खास Room Decoration Tips