लंबी और हेल्दी लाइफ के लिए आज से रूटीन में शामिल करें ये आदतें, एक हफ्ते में बदल जाएगी आपकी जिंदगी
इन दिनों हमारी लाइफ पूरी तरह से बदल चुकी है। काम के बोझ परिवार क जिम्मेदारी और रोज भी भागदौड़ की वजह से हम अक्सर अपनी सेहत को अनदेखा कर देते हैं जिसके चलते कई बीमारियां और समस्याएं हमें शिकार बना लेती हैं। ऐसे में अगर आप खुद को हेल्दी रखना चाहते हैं तो आज से ही अपनी रूटीन में इन आदतों को जरूर शामिल करें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हमारा जीवन और खास तौर पर स्वास्थ्य सौ फीसदी हमारी जीवनशैली और आदतों पर निर्भर करता है। अस्त व्यस्त इनएक्टिव या सुस्त जीवनशैली और रेडी टू ईट, प्रोसेस्ड, जंक या फास्ट फूड हमारी आदत का हिस्सा बनते जा रहे हैं। काम के बोझ तले हम इतना दबे हुए हैं कि अपने लिए जीना भी भूल चुके हैं। यही कारण है कि कम उम्र में तमाम बीमारियां घर करना शुरू कर चुकी हैं। इसलिए सेहतमंग रहने के लि ए शामिल करें अपने जीवन में ये आदतें और एक हफ्ते में पाएं बदला हुआ जीवन–
नींद पूरी करें
नींद पूरी न करना एक बेहद बड़ी समस्या है, जिसके कारण पूरे दिन की रूटीन गड़बड़ हो जाती है। रात की नींद हर हाल में पूरी करें और मौका मिले तो पावर नैप जरूर लें। ये शरीर को अगले काम के लिए रिचार्ज करता है। नेचर की स्लीप साइकिल जिसे सिर्केडियन साइकिल भी कहते हैं, ये रात में ही सक्रिय होती है, क्योंकि रात के अंधेरे में शरीर स्लीप हार्मोन मेलाटोनिन बनाता है, जिससे साउंड स्लीप प्रमोट होती है।
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मेंटल रेस्ट लें
काम का बोझ, पैसे कमाने की ललक,परिवार की जिम्मेदारी के साथ रिश्ते की उम्मीदें जीवन के कुछ ऐसे पहलू हैं जो इंसान को ओवरथिंकिंग करने पर मजबूर करता है। ऐसे में प्रतिदिन टू डू लिस्ट बनाएं, जरूरी काम की चेकलिस्ट बना कर अनावश्यक काम को रेस्ट लेने के बाद करें, वर्क और पर्सनल लाइफ को अलाव रखने का रिचुअल बनाएं और मेडिटेट करना न भूलें। इस तरह अपने दिमाग को मेंटल रेस्ट देने की आदत डालें।
सोशल लाइफ सुधारें
एनर्जी ड्रेन करने वालों से दूरी बनाएं और अगर आप अकेले रहना पसंद करते हैं तो दिन भर के शोर शराबे के बाद कुछ पल अकेले शांति में गुजारें। दूसरों की मदद करें लेकिन जरूरी पड़ने पर न बोलना भी सीखें।अनप्लग करें
सोशल मीडिया से अनप्लग करें और किताबें पढ़ने की आदत डालें। स्क्रीन से आने वाली ब्लू लाइट शरीर के सिर्केडियन साइकिल को डिस्टर्ब करती है जिससे इनसोम्निया हो सकता है। इसलिए अपने दिमाग को रेस्ट करने दें और किताबें पढ़ें। इससे वोकेबुलरी मजबूत होती ही है, साथ ही उम्र के साथ दिमाग कमज़ोर होने की जगह और भी मैच्योर और मजबूत होता है। ये स्ट्रेस कम करता है और अच्छी नींद प्रमोट करता है।