कमाल की है जापान की Daisugi तकनीक, बिना पेड़ों को काटे भी मिल जाती है लकड़ी
पेड़ों को काटना हमारे पर्यावरण के लिए कितना नुकसानदेह है यह जानते हुए भी रोज कई पेड़ों को काटा जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह है उनसे मिलने वाली लकड़ी जिसका इस्तेमाल इमारतें फर्नीचर और कागज बनाने के लिए किया जाता है। हालांकि जापान में एक ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है जो पेड़ों को मरने से भी बचाती है और इंसानों को लकड़ियां भी मिल जाती है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Diasugi Japanese Technique: घर, फर्नीचर और कई चीजों को बनाने के लिए इंसान पेड़ों को काटकर उनकी लकड़ी का इस्तेमाल करते हैं। कागज बनाने के लिए, यह आज से नहीं, बल्कि सदियों से होता आया है। हालांकि, अब पेड़ों को काटने की रफ्तार बढ़ गई है, जो ग्लोबल वॉर्मिंग की सबसे बड़ी वजह है। ऐसे में जापान को एक मिसाल की तरह देखा जा सकता है, जो लकड़ियों के लिए पेड़ों को नहीं काटता, बल्कि इसके बदले एक ऐसी तकनीक अपनाता है, जिससे बिना पेड़ों को काटे वहां के लोगों को लकड़ियां मिल जाती हैं।
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बिना पेड़ों को काटें मिलती है लकड़ी
इस खास तकनीक को दाईसुगी कहा जाता है। इस तकनीक के जरिए पेड़ को बिना मारे, उससे लकड़ियां ली जाती हैं। आमतौर पर होता यूं है कि लकड़ी के लिए जिस पेड़ को काटा जाता है, वह सूख जाता है या मर जाता है। इससे पर्यावरण को कितना नुकसान होता है, इसका अंदाजा आप अपने आस-पास नजर फेर कर देख सकते हैं। बढ़ता वायु प्रदूषण और तपती गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। पर्यावरण को होने वाले इस नुकसान को कम करने के लिए जापानी लोगों ने इस तकनीक की खोज की।
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