Life Management: क्या आपमें भी है कॉन्फिडेंस की कमी, जानें कैसे बढ़ाएं अपना आत्मविश्वास
Life Management आत्मविश्वास एक व्यक्ति के जीवन में काफी अहम भूमिका निभाता है। यह हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है लेकिन इसकी कमी कई बार हमें हार ही तरफ ले जाती है। ऐसे में जरूरी है कि अपना आत्मविश्वास हमेशा बनाए रखें ताकि आप जीवन की दौड़ में कहीं पीछे न रह जाए। अगर आपके अंदर भी आत्मविश्वास की कमी है तो ये टिप्स आपके काम आएंगे।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Life Management: कॉन्फिडेंस यानी आत्मविश्वास, जिसकी कमी हमारी जिन्दगी को हार की तरफ ले जाती है। ये वो रास्ता है, जहां से खुद में ही कमी का एहसास होना शुरू हो जाता है, जहां से प्रतिस्पर्धा में भाग लेने से पहले ही हार मान लेने की शुरूआत हो जाती है, जहां से अब कुछ नहीं हो सकता जैसी भावनाओं के अहसास की शुरुआत हो जाती है। दूसरे शब्दों में समझें तो खुद के लिए मन में आ रहे नकारात्मक विचार ही आत्मविश्वास की कमी की शुरुआत है, जिसके चलते हमारी जिंदगी की तरक्की रूक जाती है। सारी आशाएं जहां अपना दम तोड़ देती हैं। ऐसे में जरूरी है कि खुद में आत्मविश्वास की कमी की पहचान कर समय रहते खुद को हारने से रोक लिया जाए।
आखिर क्यों होती है कॉन्फिडेंस की कमी
बचपन से ही मिलने वाले आलोचक पेरेंट्स, हर बार का रिजेक्शन और अपनी जिंदगी में बहुत सारी असफलताओं को देखना हमारी अंदर कॉन्फिडेंस की कमी को जन्म देता है, लेकिन इससे घबराने की जरुरत नहीं है, क्योंकि अपनी जीवनशैली और खुद के व्यवहार में कुछ बदलाव करके हम आसानी से इससे निजात पा सकते हैं। तो आइए जानते हैं कॉन्फिडेंस लेवल को बढ़ाने के कुछ उपाय-
मेडिटेशन करना शुरू करें
मेडिटेशन मस्तिष्क को शान्त कर स्थिरता प्रदान करता है, जिससे हमारे अंदर सही और गलत को समझने की समझ का विकास होता है। इसलिए सबसे पहले सुबह के वक्त सूर्योदय से पहले या उसी समय उठकर मेडिटेशन जरूर करें।सबसे पहले खुद से प्यार करें
खुद को सबसे कमतर आंकना अपनी उपेक्षा करना होगा। कभी खुद को किसी से कम न समझें। कहीं भी सबकी सुने फिर अपना पक्ष मजबूती के साथ रखें बिना किसी डर के। आपकी बातें किसी को पसंद नहीं आएंगी न सही। जिंदगी जीने का सबका अपना नजरिया होता है।
दूसरों से तुलना ना करें
आपके भाव, विचार, लक्ष्य, ताकत, कमजोरी, जरूरत, चाहत और आपके सपने सबकुछ आपके हिसाब से होते हैं। उन्हें किसी और के सांचे में ढाल कर खुद से उसकी तुलना करना गलत है। क्योंकि सामने वाले के सभी भाव उसके हिसाब से बनाए गए हैं, तो आप भी अपनी पर्सनेलिटी बनाएं और किसी को कॉपी न करें।सकारात्मक दोस्त बनाएं
सत्संगती का महत्व सभी जानते हैं, जिसका गुप्त प्रभाव हमारे अंदर आता ही है। ऐसे में हमें हमेशा पॉजिटिव लोगों से दोस्ती करनी चाहिए और नेगेटिव लोगों से दूरी बनाए रखना चाहिए।