देश-विदेश में मशहूर है पीलीभीत की बांसुरी, असम से आता है बांस और इसे बनाने का तरीका है बेहद खास
बांसुरी के नाम से श्रीकृष्ण की मूरत सबसे पहले सामने आती है। बांसुरी दुनिया के सबसे पुराने वाद्य यंत्रों में से एक है। बांस से बनी बांसुरी से निकलने वाले सुर मनोरंजन के साथ माइंड को रिलैक्स भी करते हैं। इस खास वाद्य यंत्र को पीलीभीत में बनाया जाता है और ये देश ही नहीं विदेशों में भी मशहूर है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर पीलीभीत वैसे तो बाघों के लिए लिए मशहूर है, लेकिन यह जगह दुनियाभर में बांसुरी नगरी के नाम से भी जाना जाता है। नामी-गिरामी बांसुरी वादकों के होठों पर यहीं की बांसुरी सजती है। मॉर्डन जमाने में इतने सारे म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स के बावजूद बांसुरी की डिमांड कम नहीं हुई है और उससे भी खास बात है कि इसे दुनियाभर तक पहुंचाने का काम आज भी पीलीभीत ही कर रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं एक खास तरह के बांस से ही बांसुरी बनाई जाती है, जो पीलीभीत में नहीं उगती, तो कहां से आता है ये बांस और कैसे तैयार होती है बांसुरी, आइए जानते हैं।
कई वैराइटी की बांसुरी है यहां मौजूद
पीलीभीत में ही देश की 90 प्रतिशत बांसुरी तैयार की जाती है। बेस्ट हैंडमेड बांसुरी के लिए देश-विदेश में अपनी पहचान बनाए हुए है पीलीभीत। सीधी फूंक वाली बांसुरी से लेकर बगल से फूंकने वाली हर तरह की बांसुरी का निर्माण यहीं होता है।
असम से आता है बांसुरी बनाने के लिए बांस
पीलीभीत बरेली मंडल का सबसे ज्यादा जंगल वाला इलाका है, लेकिन आपको जानकारी हैरानी होगी कि इन जंगलों में बांस नहीं पैदा होता। बांसुरी बिना गांठ वाले बांस से बनाई जाती है और यह बांस असम के सिल्चर शहर में उगता है और यहां से पीलीभीत पहुंचता है।ये भी पढ़ेंः- Kanjivaram Silk Saree की बुनाई में होता है सोने-चांदी के तार का इस्तेमाल, दक्षिण भारत से मिली थी खास पहचान
ऐसे बनाई जाती है बांसुरी
एक बांसुरी को बनाने में एक नहीं, बल्कि कई कारीगरों को लगना पड़ता है।- सबसे पहले बांस के बड़े टुकड़ों को बांसुरी के साइज के हिसाब से काटा जाता है।
- काटने के बाद छीलने का प्रोसेस होता है।
- फिर इन बांस के टुकड़ों में सुर भरने के लिए सलाखों को गर्म कर उसमें छेद किया जाता है।
- इसके बाद बांसुरी के ऊपरी हिस्से में डॉट लगाकर सजाया जाता है।
- तब जाकर बांसुरी तैयार होती है।
बांसुरी की कीमत
बांसुरी आपको 20 रुपए से लेकर 15,000 तक की मिल जाएगी। एक साथ बहुत ज्यादा लेने पर दाम कुछ कम हो जाता है, तो वहीं खास ऑर्डर पर कीमतें बढ़ भी जाती हैं।
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