घर में दिन-रात चलता है एसी, तो AC Blast जैसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए गांठ बांध लें ये बातें
गर्मी के बढ़ते प्रकोप से खुद को बचाने के लिए लोगों अपने घरों में दिन-दिनभर एसी चला रहे हैं। लेकिन हाल ही में AC Blast के बढ़ते मामलों ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। इस वजह से कई लोग एसी के इस्तेमाल से काफी डर रहे हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि किन कारणों से AC Blast हो सकता है और कैसे इससे बच सकते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Reasons of AC Blast: भीषण गर्मी ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। पारा 50 डिग्री को छू चुका है। तपती धूप और तेज लू की वजह से बड़ी संख्या में लोग हीट स्ट्रोक की चपेट में आ रहे हैं। इसलिए बेचैन करने वाली इस गर्मी से सभी राहत चाहते हैं। कूलर और पंखे की हवा से गर्मी से कोई राहत नहीं मिल रही है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोग ठंडक पाने के लिए एसी का उपयोग करने लगे हैं।
हालांकि, एसी फटने (AC Blast) की कई खौफनाक वारदातें सामने आ रही हैं। यह इतना खतरनाक होता है कि इससे लोगों की जान भी जा सकती है और आग काफी तेजी से फैल सकती है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि आखिर गर्मी में एसी फट क्यों फट रहे हैं? गर्मी से राहत पाने के लिए बनाए गए एसी के इस्तेमाल के दौरान ऐसी क्या लापरवाही हो रही है, जिससे एसी फटने के इतने मामले सामने आ रहे हैं। आइए जानते हैं, एसी फटने के कारणों (Reasons of AC Blast) और ब्लास्ट के खतरे को कैसे कम किया जा सकता है।
एसी विस्फोट का कारण
- एसी के कंडेसर पर दबाव और हवा निकलने वाली जगह में अवरोध पैदा होने के कारण, एसी की गर्मी बाहर नहीं निकल पाती है और एसी के ब्लास्ट (AC Blast) होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
- एसी फटने के पीछे का एक कारण और है- वोल्टेज। वोल्टेज कम होने या फिर बिजली में फ्लेक्चूएशन की वजह से भी एसी के ब्लास्ट होने का डर रहता है।
- इसके अलावा रख-रखाव की कमी भी एसी के ब्लास्ट होने की वजह बन सकता है। लंबे समय से एसी की सफाई या सर्विसिंग न होने के कारण भी एसी ब्लास्ट हो सकता है।
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एसी फटने के खतरे को कम कैसे करें?
- सेकंड हैंड एसी न खरीदें। इससे पहले उसकी स्थिति कैसी थी, इस बारे में सही जानकारी न होना काफी खतरनाक हो सकता है।
- एसी लगवाते समय अच्छी क्वॉलिटी के वायर का ही चयन करें, जिससे एसी के ब्लास्ट होने का खतरा कम हो जाता है।
- बिना किसी स्टेबलाइजर के एसी का उपयोग बिल्कुल भी न करें। स्टेबलाइजर वोल्टेज नियंत्रित करता है। इससे बार-बार वोल्टेज में फ्लकचूएशन नहीं होता।
- समय-समय पर अपने एसी की सफाई और सर्विसिंग जरूर करवाते रहें।
- एसी के अंदर मौजूद कंडेसर पर धूल और गंदगी न जमा होने दें।
- एसी को कभी भी लगातार न चलाएं, बल्कि बीच-बीच में ब्रेक जरूर लगाएं। इसके लिए 5- 6 घंटे पर इसे कुछ देर के लिए बंद कर दें।
- अपनी एसी का कंप्रेशर किसी छांव वाली जगह पर ही लगाएं, ताकि वह ज्यादा गर्म न हो। साथ ही, खुली जगह में, ताकि उसकी गर्मी बाहर निकल सके।
- अगर आपका एसी किसी तरह की आवाज कर रहा है, तो उसे तुरंत बंद कर दें और जांच करवाएं ।
- एसी का तापमान 24° पर ही रखें। ये एसी का आइडियल टेम्प्रेचर माना जाता है।
- विंडो एसी को धूप से बचाने के लिए ऊपर से फाइबर शेड जरूर लगवाएं।
- अपने एसी के लिए मिनी सर्किट ब्रेकर (एमसीबी) का प्रयोग करें।