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Newborn Care Tips: नवजात शिशु को पहली बार कराने जा रही हैं स्नान, तो आपके काम आएंगे ये टिप्स

Newborn Care Tips मां बनना सबसे सुखद एहसास है लेकिन बच्चे के पालन-पोषण को लेकर नई मां के मन में कई तरह के सवाल होते हैं। इन्हीं मुश्किल सवालों में से एक है नवजात को केसै नहलाएं। नहलाते समय बच्चा कहीं फिसल न जाए या उसकी आंखों में साबुन या शैंपू का झाग न चला जाएं। इस तरह मां कई तरह की उलझनों से परेशान रहती हैं।

By Jagran NewsEdited By: Saloni UpadhyayUpdated: Wed, 23 Aug 2023 03:37 PM (IST)
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Newborn Care Tips: बच्चे को नहलाते समय ध्यान रखें इन बातों का ध्यान

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Newborn Care Tips: एक नई मां के लिए अपने नवजात शिशु को पहली बार नहलाना थोड़ा अलग अनुभव हो सकता है। इसमें बच्चे से कनेक्शन बनाने की खुशी के साथ, उसे किस तरह से पकड़ना है, मन में कई तरह के सवाल रहते हैं। एक बच्चे की त्वचा, हमारी स्किन के मुकाबले तीन गुना अधिक पतली होती है। जिसके परिणामस्वरूप, उसे दोगुनी तेजी से नमी का नुकसान होता है। इसके अलावा, बच्चे की त्वचा का पीएच भी बढ़ता है, जिससे उसमें सूखापन, जलन, चकत्ते, सूजन और रेडनेस होने का खतरा हो सकता है। ऐसे में कुछ खास बातें हैं जो आपको अपने बच्चे को नहलाने के समय काम आ सकती हैं।

बच्चे को पहली बार जा रहे हैं नहलाने, तो ध्यान रखें ये बातें

  • अस्पतालों में जन्म के तुरंत बाद नवजात शिशुओं को नहलाना एक आम बात थी, लेकिन अब बच्चे को स्पंज स्नान करा दिया जाता है। आमतौर पर जन्म के 6-24 घंटों के बाद ही उसे नहलाया जा सकता है।
  • बच्चे को तब तक नहीं नहलाना चाहिए, जब तक कि गर्भनाल का स्टंप गिर न जाए। साथ ही, अगर आपके बच्चे की खतना प्रक्रिया हुई है और वह ठीक हो गया है, तो भी आप इस बात का ध्यान रखें। इसमें आमतौर पर लगभग दो सप्ताह या उससे ज्यादा वक्त लग सकता है। इसी बीच, आप अपने नवजात शिशु को स्पंज बाथ करा सकते हैं।
  • पहले स्नान के दौरान गर्भनाल को गुनगुने पानी से साफ करना चाहिए। ध्यान रहें कि गर्भनाल को आप अच्छे से सूखा दें। डब्ल्यूएचओ की की मानें, तो संक्रमण को रोकने के लिए कॉर्ड स्टंप पर कुछ भी नहीं लगाना चाहिए।
  • जब भी आप बच्चे को नहलाएं, तो आपका कमरा हल्का गर्म होना चाहिए। बच्चे को लंबे वक्त तक पानी में न रखें। 5 से 7 मिनट के अंदर उसे नहलाकर बाहर ले आएं। सर्दियों में बच्चे को रोज़ाना नहलाने की ज़रूरत नहीं है, आप उसे सप्ताह में दो या तीन बार नहला सकते हैं। बाकी के दिनों में स्पॉन्ज स्नान का विकल्प सही है।
  • बच्चे को नहलाते वक्त बबल बाथ और बाथ एडिटिव्स के उपयोग से बचें, क्योंकि ये बच्चे की त्वचा का पीएच बढ़ा सकते हैं और स्किन में जलन पैदा कर सकते हैं।
  • गर्भनाल गिरने पर सबसे पहले बच्चे के बाल धोने चाहिए। साबुन से बच्चे की आंखों में जलन न हो, इसके लिए उनके बालों को धीरे से धोएं। हालांकि सप्ताह में दो बार से अधिक बच्चे के बाल न धोएं।
  • माता-पिता को ऐसे मॉइस्चराइज़र को चुनना चाहिए, जो मेडिकल टेस्टेड हो और नवजात शिशुओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाया गया हो।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Pic Credit: Freepik