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Throwback: 7 चीज़ें जो पिछले 20 साल में हो गई हैं गुम..!

Obsolete Things कुछ ऐसी चीज़ें हैं जिसे अब आपने इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। लेकिन 20 साल पहले ये चीज़ें काफी मशहूर थी। आज आपको इनके बारे में बताएंगे जिससे आपके बचपन की याद ताजा हो जाएगी। आइए जानते हैं...

By Saloni UpadhyayEdited By: Updated: Fri, 11 Nov 2022 02:45 PM (IST)
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Obsolete Things:कुछ साल पहले तक फैक्स मशीन बड़े काम की चीज़ थी।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Obsolete Things:बचपन की कई ऐसी चीज़ें हैं, जिनसे हम रोज़ रूबरू होते थे, लेकिन आज वह हमारी ज़िंदगी से जा चुकी हैं। ये ऐसी चीज़ें हैं जो अब हमारे किसी काम नहीं आतीं।

दरअसल, वक्त के साथ तकनीक इतनी आगे चली गई है, कि इन चीज़ों की हमें ज़रूरत भी महसूस नहीं होती। आप शायद ही इनके बारे में अब सोचते भी हों। तो आइए आज आपको याद दिलाते हैं उन आम चीज़ों के बारे में जिनका हमने बचपन में खूब इस्तेमाल किया है।

चिट्ठी (Letter)

'लेटर लिखना', इससे आपकी कितनी खट्टी-मिट्ठी यादें जुड़ी होंगी। स्कूल या कॉलेज के दिनों में इसका काफी चलन था। किसी से प्यार का इजहार करना हो, तो इसमें लेटर का विशेष महत्व होता था। जब आप पढ़ाई के लिए घर से दूर जाते थे, तो लेटर के ज़रिए भी घर के लोगों से संपर्क में रहते थे। पहले ख़तों की ज़रिए ही लोग तस्वीरें भी भेजते थे।

टेलीग्राम (Telegram)

लोग टेलीग्राम के जरिए भी अपना संदेश पहुंचाते थे। इसके लिए सांकेतिक कोड का प्रयोग किया जाता था। यह आमतौर पर एमर्जेंसी के लिए इस्तेमाल किया जाता था। जैसे बच्चे के जन्म से लेकर किसी की मौत की खबर पहुंचाना हो या फिर कोर्ट से नोटिस आदि। उस समय जब डाकिया टेलीग्राम लेकर आता था, तो लोगों की सांसे थम जाती थी।

मनी ऑर्डर (Money Order)

आज पेटीएम या ऑनलाइन ट्रांज़ेक्शन के ज़माने में हमारे लिए किसी को पैसे भेजना कितना आसान है, इसमें समय भी नहीं लगता। लेकिन एक वक्त ऐसा था जब इसके लिए मनी ऑर्डर का उपयोग किया जाता था। खासतौर पर किसी दूसरे शहर से पैसे भिजवाने के लिए। जो लोग घर से दूर काम करते थे, उनके लिए मनी ऑर्डर एक बड़ी सुविधा थी।

फैक्स मशीन (Fax Machine)

कुछ साल पहले तक फैक्स मशीन बड़े काम की चीज़ थी। डॉक्यूमेंट्स का एक जगह से दूसरी जगह मिनटों में पहुंच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं था। आज आप तस्वीरों या डॉक्यूमेंट को स्कैन कर पलभर में मेल कर देते हैं, लेकिन कुछ सालों पहले तक फैक्स मशीन ही सबके काम आसान करती थी।

फोन बूथ (Phone Booth)

90s के ज़माने में भारत में मोबाइल नहीं पहुंचा था, उस समय घर पर टेलीफोन ज़रूर होते थे, लेकिन अगर आपको रास्ते से किसी को कॉल करना हो, तो उसके लिए फोन बूथ तलाशना होता था। फोन बूथ जगह-जगह लगे थे, जिसके लिए एक रुपए के सिक्के ही काम आते थे। बूथ में एक बार में सिर्फ एक ही शख्स जा सकता था।

एसटीडी/पीसीओ (S.T.D)

मोबाइल के आने से पहले दूसरे शहर या देश फोन लगाने के लिए STD/PCO काम आते थे। यह मिनट के हिसाब से बात करने पर पैसे लगते थे।

पेजर (Pager)

पेजर ज़रूरी मैसेज भेजने के काम आता था। जिन लोगों के पास पेजर होते थे, आप लैंडलाइन से उन तक मैसेज भिजवा सकते थे। हालांकि, पेजर ज़्यादा पॉपुलर नहीं हुए और जल्द ही मोबाइल फोन ने उनकी जगह ले ली।

Pic credit- freepik