Chaiti Chhath 2020: चैती छठ पूजा में व्रती को क्या खाना चाहिए?
Chaiti Chhath 2020 आइए जानते हैं कि चार दिनों तक चलने वाले इस व्रत में व्रती क्या खाते हैं और क्या उन्हें खाना चाहिए।
By Kartikey TiwariEdited By: Updated: Sun, 29 Mar 2020 07:25 AM (IST)
Chaiti Chhath 2020: कोरोना वायरस के कारण पहली बार चैती छठ को घर में ही मनाने को मजबूर है। इस पर्व को छठी माई पूजा, डाला छठ, सूर्य षष्ठी पूजा आदि नामों से जाना जाता हैं। यह पर्व संतान प्राप्ति और संतान की सुख शांति के लिए रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से नि:संतानों को संतान की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही अन्य मनोकामनाएं के लिए व्रत किया जाता है। आइए जानते हैं कि चार दिनों तक चलने वाले इस व्रत में व्रती क्या खाते हैं और क्या उन्हें खाना चाहिए।
नहाय-खाय के दिन क्या खाया जाता हैछठ पर्व की शुरुआत नहाय खाय से होती है जिसे कद्दू भात भी कहा जाता है। इस पर्व में शुद्धता का विशेष ख्याल रखा जाता है। इस दिन घर की साफ़—सफाई करके व्रती को सात्विक भोजन खाना चाहिए। व्रती नहाय खाय के दिन पूजा आराधना करने के बाद लौकी की सब्जी और अरवा चावल नियम पूर्वक प्रसाद रूप में खाते हैं।
खरना के दिन क्या खाया जाता हैइस पर्व के दूसरे दिन खरना मनाया जाता है। इस दिन व्रती दिन भर उपवास करते हैं। शाम में चावल से बनी खीर, गेंहू के आटे और गुड़ से बने ठेकुआ छठी मैया को भेंट की जाती है। व्रती पूजा के बाद प्रसाद रूप में इसे खाते हैं। फिर घर के अन्य लोग खाते हैं।
पारण के दिन अन्न—जल ग्रहण करते हैंइस दिन व्रती निर्जला उपवास करती हैं। संध्या काल में सूर्य देव को अर्घ्य देती हैं। इसके बाद रात भर उपवास ही रखते हैं। चौथे दिन उसी स्थान पर जाकर सूर्य देव को अर्घ्य देकर मनोकामनाएं मांगी जाती है। इस मौके पर परिवार के लोग भी अर्घ्य देते हैं। इसके बाद व्रती व्रत सम्पन्न कर पारण कर सभी तरह के भोजन ग्रहण कर सकते हैं।