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हालीवुड और दक्षिण भारतीय फिल्मों को भा रहा है हिंदीभाषियों का बाजार जिससे हिंदी अनुवादकों से लेकर लेखकों की बढ़ रही मांग

अगर अपनी फिल्म को बड़ी जनसंख्या तक पहुंचाना है तो इसको हिंदी में अनुवाद कराना हालीवुड व दक्षिण भारतीय सिनेमा के लिए जरूरी हो गया है। हिंदी दिवस(14 सितंबर) पर जानें कि फिल्म जगत में हिंदी अनुवाद का बाजार चुनौतियां और काम के अंदाज में कितना आया है बदलाव

By Aarti TiwariEdited By: Updated: Sat, 10 Sep 2022 03:48 PM (IST)
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तमाम विदेशी व दक्षिण भारतीय फिल्मों को भा रहा है हिंदी भाषी बाजार

 (प्रियंका सिंह/दीपेश पांडेय) दर्शक अब विश्व सिनेमा देख रहे हैं। खास बात यह है कि वह अपनी पसंदीदा फिल्में अपनी भाषा में देख पा रहे हैं। भारत हालीवुड फिल्मों के लिए एक बड़ा बाजार बनता जा रहा है। यही वजह है कि भारतीय दर्शकों के लिए विदेशी निर्माता-निर्देशक अपनी फिल्में हिंदी के साथ कई क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद करके पेश कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय फलक पर हिंदी के बढ़ते दबदबे की वजह से फिल्मों के लिए हिंदी अनुवाद की गुणवत्ता में भी सुधार आया है। दक्षिण भारतीय सिनेमा भी हिंदी अनुवाद को अब गंभीरता से लेता है। फिल्म भले ही विदेशी हो मगर जिस तरह से उसका भारतीयकरण हो रहा है, वह हमारी रचनात्मकता से पूरी तरह प्रभावित है। यही वजह है कि विदेशी फिल्मों में भारत का प्रभाव व भारतीय कलाकारों की मौजूदगी बढ़ रही है, ताकि दर्शक उस कहानी से जुड़ पाएं। इस प्रक्रिया में पूरी की पूरी टीम जुटती है और परिणाम आश्चर्यजनक होते हैं।

समझदार हैं दर्शक

‘ओम शांति ओम’, ‘एबीसीडी’ जैसी हिंदी फिल्मों के संवाद लिख चुके और ‘द लायन किंग’, ‘एवेंजर्स एंडगेम’, ‘द जंगल बुक’ जैसी तमाम हालीवुड फिल्मों और ‘मनी हाइस्ट’ वेब सीरीज का हिंदी में अनुवाद करने वाले लेखक और गीतकार मयूर पूरी कहते हैं, ‘भारत में हिंदी का बड़ा वर्ग है, तो हिंदी भाषा आगे बढ़ेगी ही। हालीवुड फिल्मों के हिंदी संस्करण को देखकर शुरुआत में भले ही अजीब लगे कि एक अंग्रेज हिंदी में बात कर रहा है पर कुछ मिनटों बाद आप उससे अभ्यस्त हो जाते हैं। इंटरनेट क्रांति में रफ्तार से भी इसमें तेजी आई है। काम के प्रति समझदारी बड़ी है। मैं स्पाइडरमैन को मकड़मानव नहीं करूंगा। मैं जानता हूं कि मेरा दर्शक समझदार है, उसे स्पाइडरमैन के मायने पता हैं। अगर आप शब्दों का सीधा-सीधा अनुवाद करते जाएंगे, तो दिक्कत होगी। उसके पीछे का जो रस है, उसे समझें। शब्दानुवाद न करके रसानुवाद करें, तो सब बड़ा आसान है।’

लंबी प्रक्रिया से होता चयन

‘स्टार वार्स: रिटर्न आफ द जेडी’ फिल्म के हिंदी अनुवादक चेतन शशितल हालीवुड और अन्य भाषाओं की फिल्मों के हिंदी अनुवाद के बारे में बताते हैं, ‘हिंदी में प, फ, ब, भ, म का प्रयोग काफी ज्यादा है, इसलिए हमारे यहां संवाद बोलते कलाकारों के होंठ ज्यादा खुलते हैं, जबकि अंग्रेजी शब्दों में ऐसा नहीं होता। ऐसे में जब हम हालीवुड फिल्मों का अनुवाद करते हैं, तो कोशिश यही होती है, कलाकार के चेहरे के साथ वह संवाद मेल खाएं। अनुवाद निर्देशक के लिए भी यह समझ रखना जरूरी है। दूसरी बात यह है कि जितना ज्यादा हो सके, अनुवाद करते समय आवाज मूल फिल्म के कलाकार से मिलनी चाहिए। जब अनुवाद के लिए आडिशन होते हैं, तब अंग्रेजी के संवाद सुनाकर बताया जाता है कि उन्हें किस तरह बोलना है। जिसकी आवाज उस कलाकार की आवाज के सबसे करीब होती है, उसे ही चुना जाता है। बाकी चीजें अनुवादक के कौशल पर निर्भर करती हैं।’

भाषा के प्रति सम्मान जरूरी

हालिया रिलीज तेलुगु फिल्म ‘कार्तिकेय 2’ के हिंदी संस्करण के लिए फिल्म के अभिनेता निखिल सिद्धार्थ ने स्वयं हिंदी संवाद बोले हैं। इस बारे में वह बताते हैं, ‘मैं हैदराबाद से हूं, ऐसे में हिंदी में हैदराबादी अंदाज आ जाता था। व्याकरण की गलती बिना किए मैंने अपना श्रेष्ठ देने की कोशिश की। हमारे सार्थ ंहदी विशेषज्ञ भी रहते थे। तकनीक और भाषा को इज्जत देकर ही हमने यह फिल्म बनाई है। हमने तीन से चार महीने सिर्फ हिंदी संस्करण लिखने में लगाए। मुंबई और दिल्ली से लेखक आए थे ताकि संवादों में विश्वसनीयता आए।’

ग्रंथों से लेते हैं प्रसंग

हालीवुड फिल्म ‘द बैटमैन’ के पाडकास्ट ‘बैटमैन- एक चक्रव्यूह’ को हिंदी भाषा में लाने का श्रेय इसके निर्देशक मंत्रा मुग्ध को जाता है। मंत्रा बताते हैं, ‘हालीवुड फिल्मों में भी उनके ग्रंथों और परंपराओं के बारे में बात होती है। इस फिल्म काएक किरदार अंग्रेजी में जीजस का एक प्रसंग उठाता है। उसर्को ंहदी में अनुवाद करने के लिए मैंने अंगुलिमाल और भगवान बुद्ध का संदर्भ लिया। हिंदी अनुवाद की यही खूबसूरती है।’

बदली है गुणवत्ता

अनुवाद प्रक्रिया में आए बदलाव पर मयूर कहते हैं, ‘अनुवाद की गुणवत्ता पिछले 10 वर्ष में बहुत सुधरी है। हमारी ईमानदारी केवल दर्शकों के प्रति है। ‘द जंगल बुक’(2016) का हिंदी संस्करण आने के बाद पूरा बाजार बदल गया। पहले हिंदी अनुवाद वाली हालीवुड फिल्में 20-25 करोड़ रुपए की कमाई करती थी। ‘द जंगल बुक’ ने 180 करोड़ रुपए की कमाई की थी। दर्शकों का रुझान बढ़ा तो हमारी भी अहमियत बढ़ गई। मेरे जैसे तमाम लेखक, तकनीशियंस, अनुवादक व अन्य लोग एक काम से जुड़े होते हैं। अगर इस तरह का प्यार मिलता रहेगा तो गुणवत्ता बेहतर होती जाएगी।’

अब मिल रही पहचान

लगातार बढ़ रही हालीवुड और दक्षिण भारतीय फिल्मों के हिंदी संस्करणों से अनुवादकों को देशव्यापी पहचान मिल रही है। इस बारे में चेतन शशितल कहते हैं, ‘हमने फिल्मों में अपनी पहचान पाने के लिए वाइस आर्टिस्ट के लिए काम करने वाली संस्था एसोसिएशन आफ वाइस आर्टिस्ट्स (एवीए) के साथ मिलकर कई वर्षों तक संघर्ष किया। हमने निर्माताओं से कहा कि विदेशी फिल्मों के हिंदी संस्करण में आवाज देने वाले कलाकारों के भी नाम आने चाहिए। करीब 15 साल पहले अनुवादक को क्रेडिट देने की शुरुआत हुई थी, अब यह नियमित तौर पर फिल्मों का हिस्सा है।’

गूंजी सितारों की आवाज

फिल्मों के हिंदी संस्करण के लिए अपनी आवाज देने का काम सिर्फ पेशेवर अनुवादक ही नहीं, बल्र्कि हिंदी सिनेमा के बड़े कलाकार भी करते हैं। इससे निर्माता को सितारों की लोकप्रियता का फायदा मिलता है, वहीं सितारे हिंदी संस्करण में अपनी आवाज के लिए अच्छी खासी फीस लेते हैं।

- हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन ने साल 2016 में रिलीज हालीवुड फिल्म ‘द बिग फ्रेंडली जायंट‘ के हिंदी संस्करण में अपनी आवाज दी थी।

- साल 2019 में रिलीज हुई एनिमेटेड हालीवुड फिल्म ‘द लायन किंग‘ में अभिनेता शाह रुख खान ने अपने बेटे आर्यन खान के साथ आवाज दी थी।

- रणवीर सिंह ने साल 2018 में रिलीज हुई फिल्म ‘डेडपूल 2‘ के हिंदी संस्करण में अपनी आवाज दी थी।

- कपिल शर्मा, कीकू शारदा और अर्चना पूरन सिंह ने एनीमेटेड फिल्म ‘द एंग्री बड्र्स 2’ के हिंदी संस्करण में आवाजें दी थीं।

- ‘मेलिफिसेंट: मिस्ट्रेस आफ इविल’ के लिए ऐश्वर्या राय बच्चन भी दे चुकी हैं अपनी आवाज।

- हिंदी सिनेमा की सबसे सफल फिल्मों में गिनी जाने वाली फिल्म ‘बाहुबली’ के हिंदी संस्करण में प्रभास के किरदार को अभिनेता शरद केलकर ने अपनी आवाज दी थी। अब खबर है कि प्रभास की आगामी फिल्म ‘आदिपुरुष’ के हिंदी संस्करण के लिए भी शरद केलकर से बात चल रही है।

- असरानी, आशीष विद्यार्थी, टाइगर श्राफ, वरुण धवन, अक्षय कुमार समेत कई सितारे अलग-अलग फिल्मों के हिंदी संस्करण में अपनी आवाज दे चुके हैं।