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Barf ka Gola: बचपन की याद दिलाने वाला 'बर्फ का गोला' कहां से आया?

Barf ka Gola बर्फ का गोला नाम सुनकर कई तरह के खट्टे-मीठे स्वाद और बचपन की ढेर सारी यादें मन में ताजा हो जाती हैं। आज हम आपको इसी से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं।

By Ritu ShawEdited By: Ritu ShawUpdated: Thu, 15 Jun 2023 06:43 PM (IST)
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बर्फ का गोला कहां से आया ?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Barf Ka Gola: गर्मियां शुरू होते ही ठंडी चीजों की क्रेविंग शुरू हो जाती है। चाहे ठंडी शरबत हो या फिर ठंडी कुल्फी या आइस्क्रीम। ऐसी ही एक और ठंडी चीज है, जिसे हम गर्मी शांत करने के लिए बड़े चाव से खाते हैं और वह है बर्फ का गोला। हालांकि, कुछ जगह पर इसे चुस्की भी कहती हैं। इसके नाम भले ही अलग हों, लेकिन लोगों के मन में प्यार एक ही है। 'बर्फ का गोला' नाम सुनते बचपन की कई खट्टी-मीठी यादें भी ताजा हो जाती हैं। लेकिन क्या कभी बर्फ का गोला खाते हुए आपके मन में यह सवाला आया है कि इसे सबसे पहले किसने बनाया होगा या फिर इसकी शुरुआत कैसे हुई?

कलरफुल और टेस्टी बर्फ का गोला, भारत के हर नुक्कड़ और बाजार में आसानी से मिल जाता है, जो यहां के लोगों के लिए गर्मी को मात देने का सबसे सस्ता और सबसे आम तरीका है। इसमें काला खट्टा से लेकर गुलाब, आम, अनानास, संतरा जैसे कई तरह के अलग-अलग स्वाद मिलते है, जिसे खाकर जीभ का रंग भी वैसा ही हो जाता है। वहीं इस स्ट्रीट फूड का इतिहास भी कुछ ऐसा ही है।

कहां से आया बर्फ का गोला?

अगर कहानियों पर विश्वास करें, तो इसका आविष्कार जापानियों ने हियान काल (794 से 1185 ईस्वी) के दौरान किया था, जब बर्फ को पहाड़ों से नीचे लाया गया था और रॉयल्टी के लिए हिमुरो उर्फ ​​'आइस-रूम' नाम के एख गुफा में स्टोर किया गया था। इसके बाद, बर्फ के इस रूप को सबसे पहले हवाई (Hawaii) में पेश किया गया था और यही से यह दुनिया भर में लोकप्रिय होती चली गई। 

बर्फ के गोले के कितने प्रकार हैं?

इसने और भी अधिक लोकप्रियता हासिल की जब औद्योगिक क्रांति के दौरान बर्फ के बड़े ब्लॉक्स को ले जाने वाली गाड़ियां पूरे अमेरिका में घूमकर बच्चों को इन्हें बांटने लगीं। गोला, जो आज पूरी तरह से भारतीय रूप ले चुका है, उसे दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी काफी पसंद किया जाता है। उत्तरी अमेरिका में इसे स्नो कोन या स्नोबॉल जैसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जबकि हवाई में इसे शेव आइस विद आइस क्रीम स्कूप कहकर बुलाते हैं। वहीं मैक्सिको और टेक्सास में इसे रसपा और मलेशिया और सिंगापुर में आइस कैकेंग (Ais kacang) के नाम से जानते हैं। हालांकि, यह सभी एक होते हुए भी अपने स्वाद और लुक्स में काफी अलग हैं।

चुस्की वाले भैया को अपने घर के बाहर आते देखने का उत्साह दूसरे स्तर का था। सिर्फ बच्चे ही बर्फ का गोला खाना पसंद नहीं करते बल्कि हर उम्र के लोग इस देसी पॉप्सिकल को पसंद करते हैं। और बर्फ का गोला परोसने वाली गाड़ी भी अपनी तरह की अनोखी है। विभिन्न स्वादों वाली रंगीन लम्बी बोतलों के साथ, विक्रेता बर्फ को कुचलने के दौरान कड़ी मेहनत करते थे, जिसे बाद में एक गिलास के अंदर छड़ी के साथ चतुराई से भर दिया जाता था। जब यह अच्छी तरह से बैठ जाए तो गोला को बाहर निकाला जाता है और ग्राहक की पसंद के स्वाद के साथ परोसा जाता है।