Human Rights Day 2020: जानें मानवाधिकारों पर क्या कहा है गांधी, अंबेडकर और मंडेला ने!
Human Rights Day 2020 मानवाधिकार वे मूलभूत अधिकार हैं जिनकी वजह से मनुष्य को नस्ल रंग जाति धर्म लिंग भाषा राष्ट्रीयता और अन्य विचारधारा आदि के आधार पर प्रताड़ित नहीं किया जा सकता। साथ ही इन्हें देने से भी वंचित नहीं किया जा सकता।
By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Thu, 10 Dec 2020 02:17 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Human Rights Day 2020: आज (गुरुवार) अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस है। दुनियाभर में इसे हर साल 10 दिसंबर को मनाया जाता है। आज ही के दिन साल 1948 में संयुक्त राष्ट्र सामान्य महासभा ने मानव अधिकारों को अपनाने की घोषणा की थी, लेकिन आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा साल 1950 में की गई थी। मानवाधिकार दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और भेदभाव को रोकना है।
मानवाधिकार वे मूलभूत अधिकार हैं जिनकी वजह से मनुष्य को नस्ल, रंग, जाति, धर्म, लिंग, भाषा, राष्ट्रीयता और अन्य विचारधारा आदि के आधार पर प्रताड़ित नहीं किया जा सकता। साथ ही इन्हें देने से भी वंचित नहीं किया जा सकता। इसमें स्वास्थ्य, आर्थिक सामाजिक, और शिक्षा का अधिकार भी शामिल हैं। कुछ ऐसे भी बुनियादी मानवाधिकार हैं जिनसे हम आमतौर पर अनजान ही रहते हैं, जैसे सांस लेने के लिए शुद्ध हवा, पानी और शुद्ध जलवायु। मानवाधिकार इतना बड़ा विषय है जिसपर इन सालों में काफी कुछ कहा गया है। आज अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर आइए जानें कि विश्व के प्रसिद्ध मानवाधिकारवादी नेता जैसे महात्मा गांधी, आंबेडकर और नेल्सन मंडेला ने क्या कहा है।
महात्मा गांधी के विचार- जब मुझे निराशा होती है, तो इतिहास को याद करने हुए मुझे अहसास होता है कि सत्य और प्रेम के रास्तों ने हमेशा जीत हासिल की है। दुनिया में कई अत्याचारी और हत्यारे हुए हैं, और एक समय में भले ही अजेय लग सकते हैं, लेकिन अंत में उनकी हमेशा हार होती है। हमेशा इसको याद रखों।
- जीवन की ज़रूरतों को हासिल करना हर एक व्यक्ति का समान अधिकार है। यह अधिकार पशुओं और पक्षियों का भी है।
नेल्सन मंडेला के विचार- मैंने हमेशा एक आदर्श लोकतांत्रिक और आज़ाद समाज की कल्पना की है, जिसमें सभी लोग प्यार और समान अवसरों के साथ एक साथ रहते हैं। यह एक ऐसा आदर्श है जिसके लिए मैं जीता हूं और हासिल करने की उम्मीद करता हूं। लेकिन अगर ज़रूरत पड़े, तो यह एक ऐसा आदर्श है जिसके लिए मैं मरने के लिए तैयार हूं।- सबके लिए इंसाफ हो, सबके लिए शांति हो, सबको काम मिले, खाना हो, पानी हो, नमक हो। कभी भी ऐसा ना हो कि ये खूबसूरत धरती दूसरे के हाथों कुचली जाए, उसके साथ जानवर की तरह बर्ताव किया जाए। आज़ादी का एहसास बना रहे।
मार्टिन लूथर किंग का विचार- एक आदमी का मूल्यांकन तब नहीं होता जब वह आराम और सुविधा के क्षणों में खड़ा हो, बल्कि ये देखकर होता है कि वह चुनौती और विवाद के समय कहां खड़ा है।- आपको सेवा के लिए किसी विश्वविद्यालय की डिग्री की ज़रूरत नहीं है। सेवा करने के लिए बस आपके दिल में दया ओर प्रेम होना चाहिए।आंबेडकर का विचार- मुझे वह धर्म पसंद है जो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सिखाता है।
- मैं एक समुदाय की प्रगति को उस डिग्री से मापता हूं जो महिलाओं ने हासिल की है।