Independence Day 2023: सिर्फ भारत ही नहीं, 15 अगस्त को इन पांच देशों को भी मिली थी आजादी
Independence Day 2023 इस साल देश अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से मिली आजादी के बाद से ही हर साल इस दिन इंडिपेन्डेंस डे मनाया जाता है। हालांकि भारत 15 अगस्त को आजाद होने वाला अकेला देश नहीं है। आइए जानते हैं कौन से हैं वह देश जिन्हें 15 अगस्त को आजादी मिली थी।
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Thu, 10 Aug 2023 11:40 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Independence Day 2023: देशभर में इन दिनों स्वतंत्रता दिवस की तैयारियां जारी है। 15 अगस्त, 1947 को गुलामी की बेड़ियो को तोड़ भारत से आजादी की सुबह देखी थी। इसके बाद से ही हर साल 15 अगस्त को आजादी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस क्रम में भारत इस साल अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने वाला है। हालांकि, 15 अगस्त को अपनी आजादी का जश्न मनाने वाला भारत अकेला देश नहीं है। भारत के साथ ही चार देश ऐसे भी हैं, जो 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। आइए जानते हैं कौन से यह देश-
बहरीन
15 अगस्त, 1971 को बहरीन पर ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन भी समाप्त हो गया। ऐसे भारत के स्वतंत्रता प्राप्त करने के दो दशक से भी अधिक समय के बाद इस दिन बहरीन ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की। हालांकि, यह देश इस दिन अपना स्वतंत्रता दिवस नहीं मनाता। 15 अगस्त के बजाय, दिवंगत शासक ईसा बिन सलमान अल खलीफा के सिंहासन पर चढ़ने के उपलक्ष्य में इस देश में 16 दिसंबर को राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उत्तर और दक्षिण कोरिया
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया दोनों हर साल 15 अगस्त को कोरिया के राष्ट्रीय मुक्ति दिवस के रूप में मनाते हैं। दरअसल, इसी दिन द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में कोरिया पर 35 वर्षों के जापानी कब्जे और औपनिवेशिक शासन का अंत हुआ था। आजादी के तीन साल बाद कोरिया उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया में विभाजित हो गया। दक्षिण कोरिया में, इस दिन को 'ग्वांगबोकजेओल' (जिसका अर्थ है, "जिस दिन रोशनी लौटी") के नाम से जाना जाता है, जबकि उत्तर कोरिया में इसे 'चोगुखेबांगुई नाल' (जिसका अर्थ है, "पितृभूमि की मुक्ति का दिन) के रूप में जाना जाता है।लिकटेंस्टीन
लिकटेंस्टीन भी 15 अगस्त को अपना राष्ट्रीय दिवस मनाता है। दुनिया का छठा सबसे छोटा देश, लिकटेंस्टीन, 1866 में जर्मन शासन से आजाद हुआ था। यह ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड के बीच यूरोपीय आल्प्स में स्थित है। यह देश साल 1940 से 15 अगस्त को अपने राष्ट्रीय दिवस के रूप में मना रहा है। 5 अगस्त, 1940 को ही लिकटेंस्टीन सरकार ने 15 अगस्त को आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय छुट्टी घोषित की थी।
रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो
अफ्रीका महाद्वीप के मध्य में बसा कॉन्गो एक लोकतांत्रिक देश है। इस देश को भारत की आजादी के 13 साल बाद 15 अगस्त, 1960 में आजादी मिली। इससे पहले साल 1880 से लेकर आजादी तक यहां पर फ्रांस का कब्जा था। क्षेत्रफल के हिसाब से कॉन्गो अफ्रीका महाद्वीप का तीसरा सबसे बड़ा देश है।Picture Courtesy: Freepik