International Bikini Day: फैशन डिज़ाइनर नहीं, बल्कि इंजीनियर ने डिज़ाइन की थी बिकिनी और ऐसे पड़ा इसका ये नाम
International Bikini Day हर साल जुलाई की 5 तारीख का दिन बिकनी डे के रूप में मनाया जाता है। पहली बार बिकनी डे 5 जुलाई 1946 को मनाया गया था। इस दिन की शुरुआत कैसे हुई और किसने इसका आविष्कार किया ये कहानी बहुत ही दिलचस्प है तो आज के इस लेख में हम बिकनी डे के इतिहास के बारे में जानेंगे।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। International Bikini Day: बिकिनी पहले जहां सेलेबिट्रीज के बीच वेकेशन का मेन आउटफिट हुआ करती थी, वहीं अब ये आउटफिट महिलाओं के बीच बहुत ही कॉमन हो चुकी हैं। जिसे वो बिंदास होकर पहन रही है और फ्लॉन्ट कर रही हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बिकिनी का आइडिया किसे आया होगा, किसनेे इसे डिज़ाइन किया होगा और कैसे ये इतना पॉप्युलर हुआ? तो आज मौका है इन सारे सवालों के जवाब जानने का, क्योंकि आज है International Bikini Day
बिकिनी के आविष्कारक
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि बिकिनी को किसी फैशन डिजाइनर ने नहीं, बल्कि एक इंजीनियर ने डिजाइन किया था। जी हां, बिकिनी को फ्रांस के एक इंजीनियर लुईस लेअर्द ने डिजाइन किया था। है ना अजीब।
कैसे पड़ा बिकिनी नाम?
बिकिनी का यह नाम पड़ने की पीछे की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है। दरअसल, पहली बार जिस जगह पर बिकिनी बनाई गई थी उस जगह का ना बिकिनी अटोल था। यह जगह प्रशांत महासागर में स्थित है। उस समय उस जगह को अमेरिका के न्यूक्लियर बम टेस्टिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता था। लुईस रियर्ड के इस आविष्कार को भी बम की तरह ही माना गया और इस वजह से इसका नाम बिकिनी पड़ा।
एड के लिए नहीं हुआ था कोई तैयार
आज जहां बिकिनी पहनने को नॉर्मल माना जा रहा है वहीं एक समय में इसे सेलिब्रिटीज और मॉडल तक पहनना नहीं चाहती थी। और तो और कोई विज्ञापन के लिए भी तैयार नहीं हो रही थीं, लेकिन कुछ वक्त बाद 19 साल की एक डांसर मिशेलाइन इसका विज्ञापन करने के लिए रेडी हुईं। कहा जाता है जैसे ही उन्होंने बिकिनी पहनकर एड किया, लो पूरी दुनिया में छा गईं। विज्ञापन देखने के बाद उनके फैंस के 50 हजार से ज्यादा खत उन्हें मिले थे।
बैन भी लग चुका है बिकिनी पर
आज पूरी दुनिया में महिलाएं बिंदास होकर बिकिनी पहनती हैं। लेकिन एक वक्त ऐसा भी था, जब इटली, अमेरिका और स्पेन में इस पर बैन लगा दिया गया था। लेकिन बाद में इसे हटाना पड़ा। बैन हटने के सिर्फ 4 सालों में बिकिनी ने दुनिया भर के बाजारों में अपनी पहचान बना ली थी।