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International Literacy Day 2022: जानें इस साल किस थीम के साथ मनाया जा रहा है विश्व साक्षरता दिवस और इसका महत्व

International Literacy Day 2022 हर साल 8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है जिसका उद्देश्य लोगों को साक्षरता के प्रति जागरूक करना है। जिससे एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके। जानेंगे इस दिन से जुड़ी जरूरी बातें।

By Priyanka SinghEdited By: Updated: Thu, 08 Sep 2022 10:16 AM (IST)
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International Literacy Day 2022: विश्व साक्षरता दिवस का इतिहास, महत्व व थीम
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। International Literacy Day 2022: 8 सितंबर का दिन दुनियाभर में विश्व साक्षरता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। साक्षरता के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 'विश्व साक्षरता दिवस' मनाया जाता है। देश के जितने ज्यादा लोग साक्षर होंगे, देश उतनी ही उन्नति करेगा। साक्षरता किसी भी देश के विकास के लिए सबसे ज़रूरी चीज़ों में से एक है।  

विश्व साक्षरता दिवस का इतिहास (World Literacy Day History)

शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने और दुनियाभर के लोगों का ध्यान इस मूलभूत आवश्यकता की ओर आकर्षित करने के लिए हर साल 8 सितंबर का दिन अंतरराष्ट्रीय/ विश्व साक्षरता दिवस मनाने का निर्णय लिया था। दुनिया के कई देशों में उस वक्त शिक्षा का स्तर काफी नीचे था। 1966 को पहली बार इस दिन को सेलिब्रेट किया गया था जिसमें दुनियाभर के कई देशों ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था।

विश्व साक्षरता दिवस का महत्व (International Literacy Day 2022 Significance)

लोगों को साक्षर करने, सामाजिक और अपने अधिकारों को जानने की आवश्यकता के बारे में जागरूक करने के लिए यह दिन मनाया जाता है। साक्षर व्यक्ति न सिर्फ अपना जीवन बेहतर बना सकता है बल्कि ग़रीबी उन्मूलन, जनसंख्या को नियंत्रित करने, बाल मृत्यु दर को कम करने जैसी चीजों में भी मदद कर सकता है।

विश्व साक्षरता दिवस का थीम (International Literacy Day 2022 Theme)

हर साल साक्षरता दिवस एक थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल साक्षरता दिवस 2022 की थीम है "ट्रांसफॉर्मिंग लिटरेसी लर्निंग स्पेस (Transforming Literacy Learning Spaces)" है। पिछले साल 2021 की थीम “मानव-केंद्रित पुनर्प्राप्ति के लिए साक्षरता: डिजिटल विभाजन को कम करना” थी।

भारत में साक्षरता का आंकड़ा

भारत में साक्षरता दर की बात करें तो विश्व साक्षरता दर से 84 फीसदी कम है। साल 2011 में भारत की कुल साक्षरता दर 74.4% है, जिसमें पुरुष की साक्षरता 82.37 % और महिलाओं का साक्षरता आंकड़ा 65.79 % है। दोनों की साक्षरता के आंकड़ों में काफी अंतर है। देश में सबसे अधिक साक्षरता वाला राज्य केरल है और सबसे कम साक्षरता वाला राज्य बिहार है। उत्तर प्रदेश पांच सबसे कम साक्षरता वाले राज्यों में शामिल हैं।

Pic credit- freepik