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International Youth Day 2022: क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस, जानें इसका इतिहास और महत्व

International Youth Day 2022 क्या आप जानते हैं कि युवा दिवस पहली बार कब मनाया गया था? यह दिवस कैसे मनाया जाता है? चलिए जानते हैं अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास उद्देश्य महत्व और इस साल की थीम।

By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Fri, 12 Aug 2022 10:13 AM (IST)
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International Youth Day 2022: आइए जानें आखिर क्यों हर साल मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। International Youth Day 2022: साल 2020 की संयुक्त राष्ट्र विश्व युवा रिपोर्ट के अनुमान के अनुसार, 1.21 बिलियन यानी वैश्विक जनसंख्या की 15.5 फीसद आबादी 15 से 24 वर्ष की आयु के युवा लोगों की है। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस हर साल 12 अगस्त को मनाया जाता है।

इस दिन युवा आबादी जिन मुद्दों से रोज़मर्रा की ज़िंदगी में जूझती है, उसे स्वीकारा जाता है। साथ ही दुनिया में महत्वपूर्ण मामलों में युवाओं की भूमिका को भी स्वीकार करते हैं, फिर चाहे वह शिक्षा की दुनिया में हो, सामाजिक न्याय, वैश्विक शांति, जलवायु परिवर्तन और बहुत कुछ।

International Youth Day 2022: थीम

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल की थीम 'इंटरजेनरेशनल सॉलिडेरिटी: क्रिएटिंग ए वर्ल्ड फॉर ऑल एज' है, जो उम्रवाद का मुकाबला करने और पीढ़ियों के बीच संपर्क बनाने के लिए है। युवाओं के ज्ञान से लेकर बुजुर्गों की ऊर्जा और आदर्शवाद तक, हमें सभी उम्र के लोगों द्वारा लाए गए उपहारों का स्वागत और लाभ उठाना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी पीछे न छूटे।

International Youth Day 2022: इतिहास और महत्व

जब से साल 1999 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इसका समर्थन किया गया था, तभी से 12 अगस्त को मौजूदा मामलों में युवाओं की भागीदारी के महत्व को स्वीकार करने और बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

UNFPA की रिपोर्ट इस बात पर प्रकाश डालती है कि उम्रवाद भेदभाव की ओर ले जाता है और बाद में समाज की अन्य शत्रुओं जैसे लिंगवाद और नस्लवाद को जन्म देता है, जो समाज और व्यक्तियों पर हानिकारक प्रभाव डालते हैं।

UNFPA ने कहा, "हम दुनिया की गलतियों को सुधारने और दूसरों को भी अपने साथ लाने की दिशा में युवाओं के प्रयासों और योगदान का जश्न मनाते हैं। आज के नौजवान कल के लीडर हैं, जिन्हें यह पता है कि अगर वे आवाज़ नहीं उठाएंगे तो कुछ नहीं बदलेगा, बदलाव तभी आएगा जब उसके लिए खड़ा हुआ जाएगा।"

Picture Courtesy: Freepik