खतरनाक होती है कामयाबी की खुमारी
सफलता के नित नए शिखर छूने के बाद भी आलिया भट्ट हर बार देती हैं खुद को एक नया चैलेंज और भूल जाती हैं पिछली सफलता...
By Srishti VermaEdited By: Updated: Mon, 20 Mar 2017 03:47 PM (IST)
‘बद्रीनाथ की दुल्हनियां’ बॉक्स ऑफिस से लेकर क्रिटिक्स तक पसंद की जा रही है। वजह शायद यह भी है कि आलिया भट्ट लगातार वैरायटी किरदार निभा रही हैं। दर्शक भी उनसे हमेशा कुछ नया करने की अपेक्षा रखते हैं। उनकी अपेक्षाओं से आलिया वाकिफ भी हैं। वे खुद को भी हर बार नए चैलेंज देती हैं। बकौल आलिया, ‘अपनी नई फिल्म की रिलीज से पहले मैं पिछली फिल्मों की सफलता को भूलने की कोशिश करती हूं।
नई फिल्म की रिलीज के साथ मैं खुद को उससे अलग कर लेती हूं। मैं विभिन्न किस्म के किरदार इसलिए नहीं निभाती कि मुझ पर किसी किस्म का दबाव है। दरअसल मैं खुद से भी ढेरों उम्मीद रखती हूं। मैं लगातार खुद को चैलेंज करती हूं। यहां तक कि साधारण किरदार भी उत्कृष्ट करना चाहूंगी।’ आलिया लगातार मिल रही सफलता को अपने सिर नहीं चढ़ने देना चाहतीं। वे कहती हैं, ‘दरअसल, सफलता मिलने पर लोगों का दिमाग सातवें आसमान पर होता है। मैं नहीं चाहती कि सफलता की खुमारी मुझ पर चढ़े। यही वजह है कि मैं सफलता को गंभीरता से नहीं लेती। जिस दिन मैंने उसे गंभीरता से लेना शुरू किया उसका प्रभाव मेरी चयन प्रकिया और मुझ पर पड़ने लगेगा। मैं जैसी हूं वैसी रहना चाहूंगी।’यह भी पढ़ें : जोखिम लेने से नहीं घबराती कृतिका कामरा