बच्चों के लिए बहुत ही जरूरी है आउटडोर एक्टिविटीज, होते हैं कई सारे फायदे
बच्चों को खेल-कूद से दूर कर जोर-जबरदस्ती सिर्फ पढ़ाई में लगाए रहना ठीक नहीं। खेल-कूद न सिर्फ उनके मनोरंजन का तरीका होता है बल्कि यही तरीका मजबूत करता है उनका फ्यूचर भी। जानें कैसे
By Priyanka SinghEdited By: Updated: Mon, 30 Dec 2019 12:39 PM (IST)
इन दिनों लगभग हर पैरेंट्स की यही शिकायत रहती है कि उनका बच्चा दिनभर स्मार्टफोन से चिपका रहता है। इस वजह से न वह सही ढंग से लंच, ब्रेकफास्ट या डिनर लेता है और न ही पढ़ने में ठीक से मन लगाता है। जबरदस्ती फोन छीन लो तो रोने लगता है या चिड़चिड़ा हो जाता है। ऐसे में बच्चों की आउटडोर एक्टिविटी बढ़ाना और उन्हें बाहर खेलने कूदने के लिए प्रेरित करना बेहद जरूरी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि क्रिकेट, बैडमिंटन, रेसिंग, वॉकिंग, जॉगिंग व ऐसी दूसरी एक्टिविटीज, जिनसे फिजिकल मूवमेंट होता है उनसे न सिर्फ बच्चे का शारीरिक स्वास्थ्य ठीक रहता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी दुरुस्त रहता है।
बेहतर भविष्य की इबारतमनोवैज्ञानिकों एवं व्यवहार विशेषज्ञों ने पाया है कि खेलकूद में एक्टिव रहने वाले बच्चों में एकाग्रता और चीज़ों को जल्दी समझने और सीखने की प्रवृत्ति होती है। फिजिकल एक्टिविटी से पॉजिटिव एनर्जी होती है और साथ ही आत्मविश्वास और परस्पर सहयोग की भावना भी जाग्रत होती है। जो बच्चे क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी व ऐसे दूसरे खेल खेलते हैं, उनमें खेल भावना और अच्छा टीम मेंबर बनने के गुण विकसित होते हैं। तनावपूर्ण स्थितियों में खुद को संतुलित और अनुशासित रखना खेलकूद से ही आता है। ऐसे बच्चे डिप्रेशन और स्ट्रेस से भी दूर रहते हैं।
बन जाएं बच्चों संग बच्चा- बच्चों को जबरदस्ती, डांट-फटकार कर या मारपीट का भय दिखाकर आप इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से दूर नहीं रख सकते और न ही उन्हें खेलने पर मजबूर कर सकते हैं। इसके लिए आपको प्रॉपर प्लानिंग और सूझबूझ से काम लेना होगा।
- समय-समय पर सपरिवार पिकनिक या आउटिंग पर जाएं और वहां सभी फैमिली मेंबर फुटबॉल, बैडमिंटन जैसे आउटडोर खेल खेलें। इससे बच्चों में खुद ही इन खेलों के प्रति दिलचस्पी जागेगी।
- बच्चे की पसंद और फिजिकल स्ट्रेंथ के आधार पर उसे किसी ऐसे खेल में ट्रेनिंग दिलवाएं, जिसमें वह दिलचस्पी लेता हो। साथ ही उस खेल से जुड़े वीडियो भी दिखाएं, उनके लिए फुटबॉल, टेनिस रैकेट, बैडमिंटन जैसी चीज़ें खरीदकर दें। साथ ही उनके साथ खेलें भी। खेल में उनके प्रयासों व परफॉर्मेंस की सराहना करें।सेहत संबंधी फायदेमौजूदा दौर में बच्चों में मोटापा और मधुमेह जैसी बीमारियों और छोटी उम्र मं हाइपरटेंशन की शिकायत बढ़ रही है, ऐसे में बच्चे अगर समूचित फिजिकल एक्टिविटी करते हैं तो उन्हें इन सबसे निजात मिल सकती है। कोलेस्ट्रॉल लेवल और दिल की समस्याओं का जोखिम कम होता है और मसल्स टोनिंग के साथ इम्युनिटी पावर भी बढ़ती है।