Swami Vivekananda Death Anniversary: स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर जानें उनके 10 अनमोल और प्रेरणादायक विचार
Swami Vivekananda Death Anniversary आज यानि 4 जुलाई को स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि होती है। वे एक आध्यात्मिक गुरु और भारत के महान संत थे। उनके विचार आज भी लोगों में जोश और उत्साह भरने का काम करते हैं। जानें ऐसे ही कुछ प्रेरणादायी विचार।
By Priyanka SinghEdited By: Updated: Mon, 04 Jul 2022 10:54 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Swami Vivekananda Death Anniversary: स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 में हुआ था व उनकी मृत्यु 4 जुलाई 1902 में हुई थी। इनका वास्तविक नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। उनको विवेकानंद नाम उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस ने दिया था। स्वामी विवेकानंद भारत के ऐसे आध्यात्मिक गुरु थे जिनके विचार, तर्क और भाषण का देश ही नहीं दुनिया ने भी लोहा माना। शिकागो में हुए सम्मेलन में जब उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत 'मेरे प्यारे भाई और बहनों' से किया था तो पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था। उनके अनमोल विचार आज भी युवाओं और बच्चों को प्रेरित करते हैं। तो आइए जानते हैं उनकी पुण्यतिथि पर ऐसे ही कुछ प्रेरित करने वाले विचारों के बारे में...
स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार (Swami Vivekanand Inspirational Quotes in Hindi) 1. उठो और जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तुम अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते।
2. विश्व एक व्यायामशाला है जहां हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।3. एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।
4. पढ़ने के लिए जरूरी है एकाग्रता, एकाग्रता के लिए जरूरी है ध्यान। ध्यान से ही हम इन्द्रियों पर संयम रखकर एकाग्रता प्राप्त कर सकते हैं।5. अगर परिस्थितियों पर आपकी पकड़ मजबूत है, तो जहर उगलने वाला भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।6. जो तुम सोचते हो वो हो जाओगे। यदि तुम खुद को कमजोर सोचते हो, तुम कमजोर हो जाओगे, अगर खुद को ताकतवर सोचते हो, तुम ताकतवर हो जाओगे।
7. तुम्हें अंदर से सीखना है सब कुछ। तुम्हें कोई नहीं पढ़ा सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। अगर यह सब कोई सिखा सकता है तो यह केवल आपकी आत्मा है।8. आप जोखिम लेने से भयभीत न हो, अगर आप जीतते हैं, तो आप नेतृत्व करते हैं और अगर हारते हैं, तो आप दूसरों का मार्गदर्शन कर सकते हैं।9. ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हम ही हैं।
10. जब भी दिल और दिमाग के टकराव हो तो दिल की सुनो।Pic credit- freepik