World Hindi Diwas 2023: विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है हिंदी, जानें इस दिन के बारे में
World Hindi Day 2023 दुनियाभर में हर साल में 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस दिन का मकसद का विश्व स्तर पर हिंदी का प्रसार-प्रचार करना है। तो जानते हैं इस दिन से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारे में-
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Mon, 09 Jan 2023 05:21 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Hindi Diwas 2023: भारत विविधताओं को देश है। एकता में अनेकता का संदेश देता यह देश अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए दुनियाभर में अलग पहचान रखता है। यहां कई भाषाएं और बोलियां प्रचलित हैं। लोग यहां अपनी सुविधा और संस्कृति के हिसाब से भाषा का चुनाव करते हैं। भारत में यूं तो कई भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन हिंदी एक ऐसी भाषा है, जो देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। साल 2011 में हुई जनगणना के मुताबिक देश में करीब 43.63 फीसदी लोग हिंदी का इस्तेमाल करते हैं। ज्यादातर भारतीयों की मातृभाषा हिंदी भले ही देश की राष्ट्रभाषा न बन पाई हो, लेकिन बावजूद इसके हिंदी देश के आधे से ज्यादा भाग को जोड़ती है। हिंदी इसी उपयोगिता को दर्शाने के लिए हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। तो चलिए जानते हैं इस दिवस के इतिहास और महत्व के बारे में-
विश्व हिंदी दिवस का इतिहास
विश्व हिंदी दिवस को मनाने का मकसद हिंदी का प्रचार-प्रसार है। सबसे पहले 10 जनवरी, 1975 को महाराष्ट्री के नागपुर में पहला हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के नेतृत्व में हुए इस सम्मेलन में उस दौरान 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। बाद में साल 2006 में उस समय प्रधानमंत्री रहे डॉ.मनमोहन सिंह ने हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसके बाद इसी साल भारतीय विदेश मंत्रालय ने पहली बार विश्व हिंदी दिवस मनाया था।
विश्व हिंदी दिवस का उद्देश्य
साल 1975 में आयोजित हुए इस सम्मेलन का मकसद दुनियाभर में हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार करना था। इसी उद्देश्य से हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। इसके साथ ही इस दिवस को संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी को आधिकारिक भाषाओं की सूची में शामिल करने के मकसद से भी मनाया जाता है। इस दिन दुनिया भर में स्थित भारत के सभी दूतावासों में विश्व हिंदी दिवस के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।इस दिन मनाते हैं राष्ट्रीय हिंदी दिवस
राष्ट्रीय हिंदी दिवस की शुरुआत देश की आजादी के बाद से हुई, जब 14 सितंबर 1946 में संविधान सभी ने एक मत से देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी भाषा को देश की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी थी। इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू संसद में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की थी। आधिकारिक रूप से पहली बार राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर, 1953 को मनाया गया था।
दुनिया में हिंदी
हिंदी इस समय विश्व में तेजी से उभरती हुई भाषा है। दुनियाभर में 60 करोड़ से ज्यादा लोग हिंदी भाषा बोलते हैं। यही वजह है कि अंग्रेजी और मंदारिन चीनी भाषा के बाद हिंदी दुनियाभर में तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। भारत के अलावा विदेशों में भी हिंदी बोली जाती है। इन देशों में मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, त्रिनिदाद, टोबैगो और नेपाल आदि शामिल हैं।Picture Courtesy: Freepik