Parenting Tips: ABC सिखाने से पहले बच्चों को सिखाएं ये 4 जरूरी लाइफ लेसन्स!
Parenting Tips बच्चों के लिए जितना जरूरी मैथ्स इंग्लिश साइन्स है उतना ही उन्हें बेसिक लाइफ लेसन्स देना जो उन्हें एक जीवन जीने में मदद करेंगे। अगर आपका बच्चा भी छोटा है और अभी स्कूल जाना शुरू किया है तो आपको भी उसे कम्युनिकेशन सोशल स्किल बेसिक लाइफ स्किल्स बौद्धिक लाइफ स्किल सेंसरी विकास आदि बातें सिखाने की जरूर है।
By Jagran NewsEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Fri, 17 Nov 2023 03:50 PM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Parenting Tips: आजकल के पेरेंट्स बच्चे को ढाई तीन साल का होते ही प्लेस्कूल और प्लेग्रूप में भेजने लगते हैं। जहां इसमें कोई बुराई नहीं है, वहीं इस बात का भी ध्यान देना चाहिए कि बच्चे के कोमल बालमन पर इतनी कम उम्र में ABC और 123 पढ़ने के अत्यधिक दबाव न पड़े। वैसे भी एक पैरेंट के तौर पर हमारी ये जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने बच्चों में ऐसे लाइफ स्किल और लाइफ लेसन की ऐसी सीख दें जिससे बच्चा जीवन की हर परिस्थिति में उन स्किल्स को यूज़ कर सके।
आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ लाइफ स्किल जो आप अपने बच्चे को कम उम्र में ही सिखा सकते हैं –
कम्युनिकेशन और सोशल स्किल
- खुद को शब्दों से और इशारों से समझा सकें।
- जब दूसरे बात करें तो उन्हें ध्यान से सुने?
- अपने खिलौने और स्टेशनरी शेयर कर सके लेकिन इसका कोई फायदा न उठा पाए।
- अपनी टर्न का वेट करना सिखाएं।
- प्लीज़ और थैंक यू जैसे शब्दों का कहां इस्तेमाल करना है, इसका ज्ञान दें।
- दूसरों के प्रति दया भाव रखना सिखाएं।
- उन्हें समझाएं कि किसी का मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए।
बेसिक लाइफ स्किल
- अपने कपड़े खुद से पहनना भले ही किसी की मदद ले कर
- खाने से पहले और बाद, वाशरूम यूज करने के बाद और बाहर से खेल कर या स्कूल से आने के बाद हाथ धुलने की आदत डालें
- सेफ्टी रूल की जानकारी दें जैसे रोड सेफ्टी।
- उन्हें समझाएं कि जब भी मदद की जरूरत हो तो मदद मांगें। अकेला न महसूस करें।
- घर के बेसिक छोटे मोटे काम में मदद करें।
बौद्धिक लाइफ स्किल
- बच्चे को स्लेट और चॉक दे कर अपनी इमेजिनेशन और क्रिएटिविटी को उस पर बिखेरने दें।
- रंगों की पहचान कराएं।
- उम्र के हिसाब से पज़ल गेम खेलने को दें।
- मौसम की जानकारी दें, ऋतुओं का ज्ञान दें।
- प्रकृति की पहचान कराएं, पेड़-पौधे, फल-फूल, पक्षी और जानवर दिखाएं।
- परिवार के सदस्यों के नाम याद कराएं।
- रिश्ते समझाएं, दादी, नानी, मामा, चाचा जैसे सभी रिश्तों के मतलब बताएं।
- अलग-अलग चीज़ों के आकार समझाएं, रोजमर्रा के सामान दिखा कर गोल, चौकोर और अन्य आकार के बारे में समझाएं।
- इमोशन को पहचान कर उन्हें एक्सप्रेस करना सिखाएं।
सेंसरी विकास
- बच्चे को अपने सभी पांच सेंसरी ऑर्गन और उनसे संबंधित सेंस की जानकारी दें, जैसे-देखना, सुनना, चखना, छूना और सूंघना।
- अपनी बॉडी के हिस्सों की जानकारी दें।
- बच्चे को अपने बारे में पूरी जानकारी सिखाएं, जैसे- अपना नाम, पता, फोन नंबर आदि।
- अलग-अलग तरह के टेक्सचर की जानकारी दें, जैसे-रेत, आटा, चावल या मिट्टी पर लिखने को कहें।