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मेंटल हेल्थ की बैंड-बजा सकते हैं घर के कलेश, ऐसे निपटें इस स्थिति से

पति- पत्नी में ही नहीं परिवार में भी छोटे- मोटे झगड़े होना आम बात है खासतौर से अगर आप ज्वॉइंट फैमिली में रहते हैं लेकिन जब ये झगड़े रोजाना का रूटीन बन जाएं और इससे आपकी मेंटल हेल्थ प्रभावित होने लगे तो इस ओर ध्यान देना जरूरी है। वरना ये आपको डिप्रेशन का भी शिकार बना सकता है। कैसे निपटें इस सिचुएशन से। जानेंगे आज।

By Priyanka Singh Edited By: Priyanka Singh Updated: Wed, 13 Mar 2024 01:22 PM (IST)
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पारिवारिक झगड़ों में ऐसे रखें खुद को शांत
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। अगर आपके घर का भी माहौल कुछ ऐसा है, जहां हर वक्त लोग आपस में लड़ते-झगड़ते रहते हैं, बहसबाजियों का दौर कभी शांत ही नहीं होता, गाली-गलौज भी आम है, तो ऐसे वातावरण में कहां ही आप खुश रह सकते हैं। इससे सिर्फ तनाव बढ़ता है और कई बार ये आपको डिप्रेशन का भी शिकार बना सकता है। ऐसी स्थिति में खुद को जाने से रोकने के लिए बहुत जरूरी है सिचुएशन को हैंडल करने के तरीकों के बारे में जानना। जिसमें ये टिप्स कर सकते हैं आपकी मदद। 

खुद को शांत रखने के टिप्स 

झगड़े के मुद्दे न उठाएं

अगर पहले से ही घर में किसी टॉपिक पर बहसबाजी चल रही है, तो वहां ऐसे मुद्दों को उठाने से बचें, जिनसे आग और भड़क सकती है। खासतौर से धार्मिक और हिसाब-किताब के मामलों में। इससे लड़ाई- झगड़ा और गंभीर हो सकता है। किसी भी एक पक्ष में होकर बात न करें। इस पक्षपात के चलते भी बात बढ़ सकती है। पॉजिटिव और सही बातों से स्थिति को नॉर्मल करने की कोशिश करें।

बहुत ज्यादा उम्मीद न पालें

हर किसी के विचार एक समान नहीं हो सकते और यही सबसे बड़ी वजह है लड़ाई-झगड़े की, तो अगर आप ये उम्मीद कर रहे हैं कि आप अपने विचारों से सबको सहमत कर झगड़े को शांत कर लेंगे, तो ये उम्मीद बेकार है। इसके साथ ही अपनी बात को मनवाने का प्रेशर तो बिल्कुल भी न डालें। इससे आपको निराशा हाथ लग सकती है, जो तनाव बढ़ाने का काम करती है। हर एक के विचारों को सुनना और समझना जरूरी है। 

अपने इमोशन्स को समझें 

अगर आपका घर अखाड़ा बन चुका है। जहां एक पल भी बिताना आपके लिए मुश्किल हो रहा है, साथ ही आपकी मेंटल हेल्थ बहुत बुरी तरह से प्रभावित हो रही है, तो वहां सबकुछ छोड़कर अपने हेल्थ पर फोकस करें। इन चीज़ों से दूर रहें जो आपका तनाव बढ़ाने का काम कर रही हैं। दिमाग को स्ट्रेस फ्री रखने के लिेए मेडिटेशन की प्रैक्टिस करें। अकेले में कुछ वक्त बिताएं। ये सारी चीज़ें काफी मददगार साबित हो सकती हैं।

कुछ चीज़ों को वक्त के भरोसे छोड़ दें  

कलेश को तुरंत का तुरंत निपटाने की जगह कई बार वक्त के हवाले कर देना सही होता है। कुछ चीज़ें वक्त के साथ सॉल्व हो जाती हैं। इन्हें लेकर बहुत ज्यादा परेशान न हों। गुस्सा न करें क्योंकि इससे आपका ही ब्लड प्रेशर बढ़ेगा। साथ ही मानसिक सेहत भी बिगड़ेगी। 

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Pic credit- freepik