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अलग होने या खो देने का डर बनता है सेपरेशन एंग्जाइटी की वजह, डील करने में काम आएंगे ये उपाय

सेपरेशन एंग्जाइटी एक अजीब तरह की बेचैनी और घबराहट होती है जिसमें व्यक्ति को हर वक्त अपने किसी खास से अलग होने का डर सताता रहता है। दिल की धड़कनें तेज होना बुरे-बुरे ख्याल आना बेवजह रोने का दिल करना ये सभी इस एंग्जाइटी के लक्षण हैं। हालांकि इसे हैंडल करना बहुत मुश्किल नहीं। एक्सपर्ट और पारिवारिक मदद से बाहर आ सकते हैं इससे।

By Priyanka Singh Edited By: Priyanka Singh Updated: Tue, 20 Aug 2024 04:02 PM (IST)
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सेपरेशन एंग्जाइटी से निपटने के तरीके (Pic credit- freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हम सभी के लाइफ में ऐसे कोई न कोई जरूर शामिल होता है, जिससे एक अलग ही जुड़ाव होता है। ऐसे व्यक्ति से बातचीत बंद हो जाना, छोटी-मोटी नोक-झोंक से पूरी दिनचर्या प्रभावित होने लगती है। कुछ लोगों के लिए जहां ये सिचुएशन नॉर्मल है, वहीं कुछ लोग इससे बहुत ज्यादा प्रभावित हो जाते हैं। अजीब तरह की बेचैनी का एहसास करते हैं और कई बार तो रोने का भी दिल करता है। एक्सपर्ट्स इसे सेपरेशन एंग्जाइटी का नाम देते हैं। सेपरेशन एंग्जाइटी का व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक दोनों हेल्थ पर असर पड़ता है। बेवजह का गुस्सा, चिड़चिड़ा मूड, पेट दर्द, सिर दर्द, किसी से बात करने का दिल न करना ये इसके सबसे आम लक्षण हैं। लंबे समय तक इन लक्षणों को इग्नोर करने से डिप्रेशन का भी शिकार हो सकते हैं। इसलिए इससे निपटने के तरीकों पर ध्यान देना जरूरी है। 

लाइफस्टाइल चेंज करें

एंग्जाइटी इस कदर आप पर हावी हो चुकी है कि इससे बाहर निकलना मुश्किल सा लग रहा है, तो इससे बाहर निकलने के लिए आपको सबसे पहले अपना रूटीन चेंज करने की जरूरत है। सोने- उठने से लेकर फोन चलाने, परिवार वालों के साथ बातचीत करने के लिए वक्त निकालें। यहां तक कि खाने का भी टाइम डिसाइड करें।

अपनी पसंदीदा चीजें करें

उन चीजों में खुद को इंगेज करें, जो आपको पसंद हो। फिर चाहे वह सिंगिंग हो या डांसिंग या फिर कोई इंस्ट्रूमेंट। बुक पढ़ना भी एक बहुत ही अच्छा टाइम पास और स्ट्रेस दूर करने का तरीका है। 

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सोशल हेल्प लें

अगर ये दोनों उपायों के बाद भी सेपरेशन एंग्जाइटी से पूरी तरह निकल नहीं पा रहे हैं, तो सोशल हेल्प लें। आजकल  कई ऐसे ग्रूप्स हैं, जो लोगों की इससे निकालने में मदद कर रहे हैं। ग्रूप के अलावा आप परिवार के किसी करीबी सदस्य, दोस्त या अपने टीचर की भी मदद ले सकते हैं। 

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