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क्या आपको भी होता है मना करने में संकोच, तो आइए सीखें 'ना' बोलने का हुनर!

अक्सर आपके जीवन में ऐसे कई पल आते होंगे जब आप दिल से किसी काम को करने की चाह नहीं रखते हैं लेकिन फिर भी दबाव में आकर या फिर आपको मजबूरी में उस काम को करने के लिए हां बोलना पड़ जाता है। क्योंकि आपसे मना नहीं किया जाता। अगर आप भी अक्सर इस समस्या से जूझते हैं तो आपके लिए लाए हैं खास टिप्स।

By Jagran NewsEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Fri, 11 Aug 2023 07:49 AM (IST)
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'ना' कहने में होती है झिझक, तो आइए सीखें कुछ टिप्स

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। हम सभी के जीवन में ऐसे कई मौके आते हैं, जब हमें न चाहते हुए भी कुछ काम करने पड़ते हैं। कई बार हम काम को दिल से नहीं करते, बल्कि इसलिए करते हैं क्योंकि हमसे न नहीं कहा जाता। यानी किसी को मना करने में झिझक महसूस होती है। 

अगर आप भी अक्सर इसी तरह का प्रेशर महसूस करते हैं, तो आज हम बता रहे हैं कुछ तरीकों के बारे में जिनकी मदद से आप इस तरह की स्थिति से निपट सकते हैं।

कैसे कहें 'न'?

  • संदीप माहेश्वरी एक मोटिवेशनल स्पीकर हैं, जिनका कहना है कि स्ट्रेट फॉरवर्ड होने से यानी मन में जो है उसे साफ-साफ कह देने से आप सामने वाले की बैड बुक्स में आ सकते हैं। मतलब उन्हें फौरन बुरा लग सकता है, कि इसने मेरी बात नहीं मानी, या फिर यह ऐसी है, वैसी है आदि। हालांकि, लॉन्ग टर्म में देखा जाए, तो इस तरह का स्वभाव आपके लिए फायदेमंद ही साबित होगा।
  • हमारे दिमाग में हर इंसान की एक इमेज होती है कि ये कंजूस है, ये बेवकूफ है, ये कम बोलता है, ये ज्यादा बोलता है। अगर आप न बोलने की कला सीखना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको भी अपनी एक इमेज बनानाी होगी, जो इसका पहला कदम है। कोई एक बार पूछता है कि चलो घूमने चलें, या मूवी देखने चलें, या कहीं बाहर खाने चलें, और यह सब करने की आपकी इच्छा बिल्कुल नहीं है, तो आप प्यार से "न" बोल सकते हैं। सामने वाले को एक बार लगेगा कि इसने तो सीधे मना कर दिया, लेकिन अगली बार उसके दिमाग में आपकी एक इमेज बन चुकी होगी कि यह तो नहीं जाएगा। उसे आपका जवाब पहले से ही पता होगा।
  • लेकिन अगर आप दुविधा में या संकोच में बस 'हां' बोल देते हैं और बाद में उस काम को मजबूरी में करते हैं, तो आप अपने साथ धोखा करते हैं। ऐसे रिश्ते आप लंबे समय तक नहीं चला पाएंगे। अगर एक बार हां बोलने के बाद आप उस काम को नहीं करते हैं, तो ऐसे में आपकी इमेज ज्यादा खराब हो सकती है। इससे यह पता चलता है कि आपके निर्णय लेने की क्षमता कमजोर है। कभी हां और कभी न का अर्थ है कि आपके दिल में कुछ और है और जुबान पे कुछ और। ऐसा करने से आप और भी कठिन परिस्थिति में पड़ सकते हैं। आपकी दोस्ती पर भी कोई भरोसा नहीं कर पाता।
  • वहीं, अगर आप अपनी हां या न पर अडिग रहते हैं, तो यह आपकी अच्छी निर्णय क्षमता को दिखाता है और अच्छे लोग आपको एक भरोसेमंद इंसान के रूप में देखेंगे। आपके इस ठोस निर्णय से जो मतलबी होंगे वे खुद आपसे दूर हट जाएंगे।

इसलिए निसंकोच एक बार "न" बोलने की हिम्मत जुटाएं और अपने जीवन को आसान बनाएं।

Picture Courtesy: Freepik