परफॉर्मेंस एंग्जाइटी न बनें आपके एन्जॉयमेंट में बाधा, इसके लिए इन टिप्स की लें मदद
एंग्जाइटी एक मेंटल स्थिति है जिससे व्यक्ति अपने आप को लेकर बहुत ज्यादा नेगेटिव रहता है। बहुत ज्यादा पसीना बेवजह रोना कांपना इसके लक्षणों में शामिल हैं। नए-नए रिलेशनशिप में कपल्स को अकसर परफॉर्मेंस को लेकर बहुत एंग्जाइटी रहती है जिससे कई बार रिलेशनशिप में बेवजह की टेंशन होती है तो परफॉर्मेंस एंग्जाइटी से कैसे निपटें आइए जान लेते हैं इस बारे में।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। परफॉर्मेंस एंग्जाइटी एक ऐसी चीज़ है, जो आपके प्रोफेशनल और पर्सनल दोनों लाइफ को डिस्टर्ब कर सकती है। ये डर कॉन्फिडेंस कम कर सकता है और साथ ही आपको इनसिक्योर भी बना सकती है। पर्सनल लाइफ में ऐसी एंग्जाइटी अकसर नए रिलेशनशिप में आने के बाद फील होती है। अगर आपने समय रहते इस दूर करने की कोशिश नहीं की, तो ये रिलेशनशिप में और कई परेशानियों की भी वजह बन सकती है।
सबसे पहले तो जानना जरूरी है ये एंग्जाइटी है क्या और इसमें किस तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं फिर जानेंगे इसे हैंडल करने के तरीके।
क्या हैं परफॉर्मेंस एंग्जाइटी और इसके लक्षण?
एंग्जाइटी एक मेंटल हेल्थ कंडीशन होती है, जिसमें लोग अपने आपको लेकर बहुत नेगेटिव सोचने लग जाते हैं। तरह-तरह की चिंताएं और डर सताने लगती हैं। एंग्जाइटी होने पर पीना आना, हाथ-पैर कांपना, बेचैनी महसूस होना जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।1. बातचीत से करें शुरुआत
अगर आपको परफॉर्मेंस को लेकर थोड़ा डर और स्ट्रेस फील हो रहा है, तो इससे निपटने का सबसे पहला तरीका है बातचीत करना। पार्टनर से नॉर्मली बात करें। एक-दूसरे को कंफर्ट फील कराएं और इसके बाद ही पार्टनर से अपनी एंग्जाइटी के बारे में शेयर करें। अगर आपका पार्टनर अंडरस्टैडिंग हैं, तो वो जरूर आपकी परेशानी को समझेगा। काफी हद तक संभावना है बातचीत से इस परेशानी का हल निकल जाएगा। साथ ही रिलेशनशिप भी स्ट्रॉन्ग होता है।
2. सिर्फ अपने बारे में न सोचें
परफॉर्मेंस को लेकर आपके मन में जो कुछ भी है उससे थोड़ा सा ध्यान हटाकर पार्टनर के बारे में भी सोचें। इमोशनल कनेक्शन, फिजिकल टच और एक-दूसरे की खुशियों पर फोकस करें, क्योंकि इसका कनेक्शन डायरेक्ट आपके दिमाग से होता है और जब दिमाग शांत रहेगा, तो जाहिर सी बात है एंग्जाइटी की प्रॉब्लम होगी ही नहीं।3. रिलैक्स होने की कोशिश करें
एंग्जाइटी को दूर करने का सबसे कारगर तरीका है माइंड को रिलैक्स करना। जिसके लिए आप मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं। इसके अलावा जिन चीज़ों को करने से आपको खुशी मिलती है वो करें क्योंकि इससे भी दिमाग शांत और खुश रहता है। इससे आप पर्सनल ही नहीं प्रोफेशनल लाइफ में भी अपनी बेहतर परफॉर्मेंस दे सकते हैं। ये भी पढ़ेंः- रिलेशनशिप में खो चुके प्यार के एहसास को दोबारा जगाने के लिए मददगार साबित हो सकते हैं ये आइडियाजPic credit- freepik