'मदरहुड' है बेहद खूबसूरत एहसास, लेकिन पहले साल में परेशान कर सकते हैं ये अनुभव
मां बनना एक बेहद खूबसूरत अनुभव होता है खासतौर पर अगर आप पहली बार मां बन रही हैं। इसमें कोई शक नहीं कि यह अनुभव आप जिंदगी भर याद रखेंगी लेकिन साथ ही कुछ ऐसे एक्सपीरियंस भी होते हैं जो आपको परेशान कर सकते हैं। आइए आज हम बात करेंगे ऐसी एक अनुभवों के बारे में जो मदर्स को परेशान कर सकते हैं।
By Ruhee ParvezEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Fri, 24 Nov 2023 02:38 PM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Motherhood Challenges: बच्चे के जन्म के साथ एक मां का जन्म भी होता है। जितना बच्चा अनजान होता है दुनिया की सभी बातों से, कुछ ऐसा ही हाल मां का भी होता है। वह भी मातृत्व के कई सारे अनुभवों से अनजान होती है। इसमें कोई शक नहीं कि अधिकतर अनुभव बहुत ही प्यारे और यादगार होते हैं, लेकिन कुछ अनुभव ऐसे भी होते हैं जिनके लिए एक मां तैयार नहीं होती। आइए जानते हैं कि मातृत्व के पहले साल में महसूस होने वाले अनुभवों के बारे में:
- आपको इसके लिए कोई तैयार नहीं करता है कि बच्चे का रोना आपको कभी-कभी किस हद तक डिप्रेस कर सकता है। आप खुद को असक्षम महसूस कर सकती हैं।
- पूरी शाम और रात आप अपने बच्चे को सुलाने के लिए जागती हैं और अंत में असफल भी हो सकती हैं। लेकिन उनके सोते ही आप उनकी फोटोज बैठ कर देखती रहेंगी।
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- इस दौरान आप ऐसे कई दोस्तों को खो सकती हैं, जो आपके साथ पार्टी या क्लब जाते थे। हो सकता है कि वे आपको न समझें। आपको ये बातें दिल के एक कोने में चुभ सकती हैं। आपको सबके बीच मिस होने का डर बना रहता है।
- बिना किसी रुकावट के आप अपने बेसिक रूटीन के काम कई दिनों तक नहीं कर पाएंगी। ये बातें आपको कभी- कभी हताश भी करेंगी और आपको अपनी पुरानी आजाद जिंदगी की याद आएगी।
- आपको अपनी आइडेंटिटी खोने का डर बना रहेगा। ये बात अलग है कि आप अपने नए वजूद से बहुत खुश भी रहती हैं इसलिए इस दोहरे भावनाओं के भंवर में आप खुद को अकेला महसूस कर सकती हैं।
- आप सीखेंगी कि कैसे अपनी नींद पूरी न होने पर भी आपको बच्चे को लोरी गाकर सुलाना पड़ेगा और ये बातें आपके स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकती हैं।
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- अंत में आप ये जानेंगी कि कुछ दिन मात्र कठिन होते हैं, न बच्चा और न मातृत्व कठिन है, ये एक सुखद अनुभव है जिसके रास्ते में कुछ आसान तो कुछ कठिन दिन भी होते हैं। पूरी तरह से तैयार रहने पर भी हताश हो सकती हैं और ये बिल्कुल सामान्य बात है। समय के साथ बच्चे बड़े हो जाएंगे और आपकी मातृत्व की किताब में नए पहलू के पेज जुड़ते जाएंगे।