Motherhood: हर स्थिति में मां को ही किया जाता है जज, जानें इसे कैसे करना चाहिए हैंडल
ऐसा कहा जाता है कि बच्चे के जन्म के साथ मां का भी दोबारा जन्म होता है। जो बिल्कुल सही क्योंकि बच्चे को जन्म देने के लिए एक मां लंबे समय तक कई तरह की शारीरिक और मानसिक दिकक्तों से जूझती है। जिसमें हर बात पर उसको जज किया जाना भी शामिल है। तो आइए जानें इसे कैसे हैंडल किया जाए।
By Jagran NewsEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Wed, 15 Nov 2023 12:00 PM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। एक बच्चे के जन्म के साथ ही एक मां का जन्म भी होता है। इस परिस्थिति को एक मां ही बेहतर तरीके से समझ सकती है क्योंकि उसके लिए मातृत्व के सभी अनुभव नए होते हैं। वह रोज़ एक नई चीज़ सीखती है। लेकिन इसके साथ ही उसे हर दिन कुछ ऐसा देखने और सुनने को मिल जाता है, जिससे वो कभी हताश होती है तो कभी दुखी। और यही बातें पोस्टपार्टम डिप्रेशन का सबसे बड़े कारण बनते हैं।
कैसे एक मां को ही किा जाता है जज
- अगर मां घर बैठ कर बच्चे संभालती है, तो लोगों को इसमें कोई बड़ी बात नहीं लगती है। लोगों के अनुसार, दुनिया की सभी महिलाएं ऐसा ही कर रही हैं। इसलिए कोई एक महिला ऐसा कुछ करती है, तो वो कुछ नया नहीं कर रही है, ऐसा तो सभी कर रहे हैं।
- अगर मां जॉब पर दोबारा जाती है, तो कई लोगों को लगता है कि जब जॉब ही करना था तो बच्चा क्यों पैदा किया।
- अगर मां ब्रेस्टफीड न करा पाए तो लोगों को लगता है कि मां खुद ही ब्रेस्टफीड कराना नहीं चाहती है। वो अच्छे से कोशिश नहीं कर रही है।
- अगर मां फॉर्मूला फीड कराए तो इसमें भी मां की ही गलती है। बच्चे की सेहत की चिंता मां से अधिक बाकी सभी करने लगेंगे।
- अगर मां बच्चे को हर समय गोद में लिए रहे तो वो बच्चे की आदत बिगाड़ रही है।
- अगर मां रोते हुए बच्चे को चुप कराए तो मां बच्चे को जिद्दी बना रही है।
इस तरह के तमाम जजमेंट के रास्तों से एक मां को हो कर गुजरना पड़ता है। सभी माएं इसे बुद्धिमानी से हैंडल नहीं कर पाती हैं और मॉम गिल्ट में आकर अवसाद में जाने लगती हैं। वे भूल जाती हैं कि वो एक मां हैं जो अपने बच्चे का सबसे अधिक हित चाहती है।
इस स्थिति को कैसे करें हैंडल
- सबसे अच्छा तरीका है ऐसी बातों को सुन कर नज़रअंदाज करना। क्योंकि इन बातों का आपके जीवन में कोई महत्व नहीं है और इन पर विचार कर के आप अपना समय बरबाद करेंगे।
- जहां उचित लगे वहां सटीक जवाब देने से भी न चूकें। सामने वाले को इतना पता होना चाहिए कि आप बच्चे की मां हैं, और उसके साथ कुछ बुरा नहीं होने देंगी। इससे आपको मानसिक रूप से भी तसल्ली मिलेगी।
- अन्य दूसरी मांओं को सपोर्ट करें। आपकी तरह वो भी इसी प्रकार की परिस्थितियों से गुजरती होंगी। सपोर्ट और शेयर करने से दोनों ही तरफ मन हल्का होगा।