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Parenting Tips: क्या आपका बच्चा भी नहीं बना पाता दोस्त, तो इन तरीकों से करें मदद

क्या आपका बच्चा भी स्कूल में अकेले रहता है और उसका कोई दोस्त नहीं है। अगर हां तो हो सकता है कि आपके बच्चे को दोस्त बनाने में दिक्कत होती हो। इस कारण वे हमेशा अकेले रहते हैं और उनके सामाजिक विकास में भी दिक्कत हो सकती है। तो आइए जानें कि कैसे आप अपने बच्चे की दोस्त बनाने में मदद कर सकते हैं।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Tue, 10 Oct 2023 11:30 AM (IST)
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Parenting Tips: ऐसे करें अपने बच्चे की दोस्त बनाने में मदद

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Parenting Tips: बचपन के दोस्त हमेशा खास होते हैं क्योंकि उनके साथ हमारे जीवन की सबसे शुरुआती यादें बनती हैं। लेकिन अगर कोई दोस्त ही न हो, तो बचपन कितना बेरंग हो सकता है इसकी कल्पना आप खुद ही कर सकते हैं। ऐसे में अगर आपके बच्चे के साथ यह समस्या है कि वे दोस्त नहीं बना पा रहा है, तो यह काफी चिंताजनक बात हो सकती है। स्कूल में क्लास, प्ले ग्राउंड या किसी भी एक्टिविटी के दौरान वह अकेला पड़ जाता होगा। इस समस्या को हल्के में न लें क्योंकि इसका मतलब है कि बच्चा अपने जीवन के शुरुआती सालों में ही अकेलेपन का शिकार हो सकता है, जिसका असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इस स्थिति में आप उनकी मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे तरीके जिनसे आप अपने बच्चे की दोस्त बनाने में मदद कर सकते हैं।

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उनकी कुछ चीजों पर नजर रखें 

अपने बच्चे के सोशल बिहेवियर पर ध्यान दें। वे बाहर किस तरह लोगों से मिलते हैं, बात करते हैं इन बातों पर ध्यान दें। अगर उनके सामान्य व्यवहार से अलग नजर आए कुछ, तो उन बातों को नोट कर लें। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आपके बच्चे को किन सोशल स्किल्स को सीखने की जरूरत है। हो सकता है कि आपके बच्चे में सोशल एंग्जायटी हो या वह शर्मिला हो। इससे आप समझ पाएंगे कि आपके बच्चे को कहां मदद की जरूरत है।

सोशल स्किल्स सिखाएं

आपको अपने बच्चे को औरों से बात करने की, मिलने-जुलने की, औरों की बातें सुनने की और अपनी परेशानी को शेयर करने की स्किल्स सिखानी चाहिए। इसमें रोलप्ले या ग्रुप एक्टिविटीज आपकी मदद कर सकते हैं।

तुलना न करें

अपने बच्चे की उनके भाई-बहनों या पड़ोसियों से तुलना न करें। अपने बचपन की कहानियां सुनाकर भी खुद से तुलना न करें। इससे आपके बच्चे का आत्मविश्वास कम हो सकता है। इसलिए बेहतर यह रहेगा कि आप अपने बच्चे के व्यक्तित्व को अपनाएं। इससे वे भी खुद को अपना पाएंगे और खुद से प्यार करना भी सीख पाएंगे। ऐसा जरूरी नहीं की उनके दर्जन भर दोस्त हों। ऐसा भी हो सकता है कि वे केवल दो-तीन ही दोस्त बनाएं, लेकिन अच्छे दोस्त बनाएं। इसलिए जब तक उन्हें कोई समस्या नहीं हो रही है तब तक आपको भी चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।

रोल मॉडल बनें

बच्चे जाने अनजाने में अपने मां-बाप से बहुत कुछ सीखते हैं। इसलिए उनके लिए घर पर रोल मॉडल बन आप उनकी मदद कर सकते हैं। अपने पार्टनर से, घर के अन्य सदस्यों से या अपने दोस्तों से बात चीत करते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपका बच्चा खुल कर बात करना और अपनी भावनाओं को जाहिर करना आपको देखकर सीख सके।

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परेशानी को अनदेखा न करें

आपके बच्चे को सोशलाइज करने में समस्या होती है, तो इस बात को नजरंदाज न करें। इससे आपके बच्चे को आगे चल कर और परेशानी हो सकती है। इसलिए उन्हें धीरे-धीरे उनके कंफर्टजोन से बाहर निकालने की कोशिश करें। अगर समस्या बरकरार रहती है, तो प्रोफेशनल मदद लें।