Parenting Tips: पेरेंट्स की इन आदतों से दूर होते हैं बच्चे, आज ही करें इनमें सुधार
Parenting Tips माता-पिता बनना जितना सुखद अहसास होता है उतना ही मुश्किल इस रिश्ते को निभाना होता है। एक पेरेंट के तौर पर माता-पिता को कई सारी चीजों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में अक्सर उनकी कुछ आदतें और गलतियां उनके बच्चों को उनसे दूर कर देती हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे पेरेंट्स की कुछ ऐसी ही गलतियों के बारे में-
By Jagran NewsEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Tue, 21 Nov 2023 07:16 PM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Parenting Tips: आजकल के माता-पिता के लिए पेरेंटिंग काफी चुनौतीपूर्ण बन गया है। वे अपने हिसाब से अपना बेस्ट देते हैं। अच्छे स्कूल में शिक्षा देते हैं, अच्छे कपड़े देते हैं और महंगे तोहफे लाते हैंस लेकिन सबसे अच्छा तोहफा, जो कोई माता-पिता अपने बच्चे को दे सकते हैं, वह है उनका समय। पैसे के बल पर मां-बाप बच्चे को नाना प्रकार की सुविधाएं तो उपलब्ध करा देते हैं, लेकिन इसी पैसे को कमाने की होड़ में अक्सर अपने बच्चे को समय नहीं दे पाते हैं।
ऐसे में बिजी शेड्यूल के साथ ही आपकी कुछ आदतें आपको अपने बच्चे से दूर कर सकती हैं। इन आदतों में सबसे आम है लगातार मोबाइल फोन का इस्तेमाल। आइए जानते हैं कैसे मोबाइल आपके और आपके बच्चे के बीच दूरी का कारण बनता है।यह भी पढ़ें- बच्चा होमवर्क करने में नहीं लेता दिलचस्पी, तो आप ऐसे कर सकते हैं मदद
कैसे दूरी बढ़ाता मोबाइल फोन
अधिकतर हम काम के चक्कर में मोबाइल फोन में व्यस्त रहते हैं, जिसमें अधिक फोकस की जरूरत होती है। ऐसे में जब बच्चे अपनी तरफ आपका ध्यान आकर्षित करने की कोशिश करते हैं, तब आप उन पर चिल्ला देते हैं। ऐसा करने से बच्चे डर जाते हैं और दोबारा आपके पास आने से कतराते हैं। वे गुमसुम हो सकते हैं या फिर आपको बिना बताए किसी अन्य गलत काम में लिप्त हो सकते हैं। वे आपसे कोई भी बात शेयर करने से बचेंगे, जिससे आपके बच्चे और आपके बीच दूरी बढ़ सकती है।
बच्चों को मोबाइल की आदत लगाना
दूसरी सबसे बड़ी गलती, जो मोबाइल फोन के इस्तेमाल से होती है, वह ये है कि अपने काम को आसान करने के लिए माता-पिता बच्चे को कम उम्र में ही मोबाइल पकड़ा देते हैं। यह एक बहुत गंभीर समस्या को जन्म देता है, जिसे मोबाइल एडिक्शन कहते हैं। बच्चों को मोबाइल, वीडियो गेम्स, यूट्यूब, सोशल मीडिया आदि की लत लग जाती है और अगर अपने काम में व्यस्तता के चलते हम इनके मोबाइल देखने की सीमा तय नहीं करते हैं और वह क्या देख रहे हैं, इस पर निगरानी नहीं रखते हैं तो भविष्य में हमें खुद इसका भुगतान करना पड़ सकता है। इसकी वजह से बच्चे कई प्रकार की मानसिक और शारीरिक बीमारियों से पीड़ित हो सकते हैं और साथ ही हमसे दूर भी होते जाते हैं।मोबाइल के इस असर को कम करने के लिए क्या करें
क्योंकि मोबाइल के बिना आजकल जीवन कठिन है। इसलिए न चाह कर भी आप अपना फोन उठा ही लेते हैं। कभी पेमेंट करना है, तो कभी कोई जरूरी काम हो। इसलिए आपको इस बात का ध्यान रखना है कि इस मामले में एक संतुलत बना रहे। ऐसे में आप इन बातों से अपना मोबाइल के नकारात्मक असर को कम कर सकते हैं।
- दिन भर में कम से कम एक घंटा बच्चों के साथ बिताएं।
- उनसे बातें करें। उनके दिन भर के अनुभवों को सुनें और अपने अनुभव शेयर करें।
- उनके साथ कोई रचनात्मक कार्य करें।
- उनके साथ कहीं बाहर या पार्क में जाकर खुले आसमान के नीचे खेलें।
- खाने की मेज पर मोबाइल का प्रयोग कतई न करें।
- सोने से पहले उन्हें एफरमेशन बोलने की आदत डालें और उनके साथ बोलें।
- जब बच्चे आसपास हों तो कोशिश करें कि कम से कम फोन का इस्तेमाल करें क्योंकि बच्चे आपका ही अनुसरण करके बड़े होते हैं।