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सिर्फ प्यार जताना ही काफी नहीं, बच्चों की सही ग्रोथ के लिए Healthy Parenting भी है जरूरी

बच्चों के साथ समय बिताना काफी जरूरी होता है। उनके विकास के लिए माता-पिता को उन्हें समय देना चाहिए और कुछ जरूरी बातों (Parenting Tips) के बारे में उन्हें बताना चाहिए। इन बातों से आप अपने बच्चे के साथ इमोश्नली कनेक्ट हो पाते हैं और उनका आप पर भरोसा भी गहरा होता है जो उनके विकास के लिए काफी जरूरी है। आइए जानें उन बातों के बारे में।

By Jagran News Edited By: Swati Sharma Updated: Sat, 27 Jul 2024 11:30 AM (IST)
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हर माता-पिता अपने बच्चों से जरूर कहें ये बातें (Picture Courtesy: Freepik)

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Parenting Tips: आजकल की भाग-दौड़ भरी और बढ़ती महंगाई के कारण अब माता-पिता दोनों ही जॉब करते हैं। इसलिए काम और घर के कामों के बीच बच्चों के लिए ज्यादा समय निकालना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, दोनों पेरेन्ट्स के काम करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन इसकी वजह से एक चुनौती जरूर सामने आती है और वह है बच्चों के साथ वक्त बिताने की कमी। बढ़ती उम्र में बच्चों के साथ वक्त बिताना काफी जरूरी होता है।

इससे बच्चों के मानसिक विकास में काफी मदद मिलती है। बच्चों के साथ वक्त बिताने से उनकी जरूरतों को समझने और उनकी भावनाओं को भी समझने में मदद मिलती है। इसलिए जब भी आपको समय मिले अपने बच्चों को कुछ ऐसी बातें जरूर बतानी चाहिए, जिससे उन्हें आपके करीब आने का मौका मिले और उनके बेहतर विकास और आगे बढ़ने में भी मदद मिलेगी।

प्यार जताएं

बच्चों की परवरिश माता-पिता बिना किसी शर्त के करते हैं और वे हमेशा यहीं चाहते हैं कि उनका बच्चा जीवन में आगे बढ़े। हालांकि, आपको अपने बच्चों को इस बात का समय-समय पर आश्वासन भी दिलाना चाहिए। इससे उनमें सुरक्षा और अपनेपन की भावना पैदा होती है। इसलिए उन्हें आप समय-समय पर बताएं कि वे आपके लिए अनमोल हैं और आप उसने बहुत प्यार करते हैं। अपना प्यार आप छोटी-छोटी बातों से जता सकते हैं, जैसे- कहानी सुनाकर, उनके साथ थोड़ा खेलकर या उनके साथ बात करके।

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गलतियां होना कोई बुरी बात नहीं

जिन बच्चों को ये पता होता है कि गलतियां करना, सीखने का एक अवसर है। इसलिए बच्चों के मन में यह डर न बनने दें कि वे गलती करेंगे, तो आप उन्हें डाटेंगे या मारेंगे। उन बच्चों में असफलता का डर खत्म हो जाता है और वे अपने लिए नए और बेहतर मौके तलाशने में भी पीछे नहीं रहते। ऐसे में बच्चों को ये बताना की गलतियां करना सामान्य है, उन्हें अंदर से मजबूत बनाता है।

गर्व करें

बच्चों को अपने पैरेंट्स से मिलने वाला प्रोत्साहन, उनमें आत्मसम्मान और जीवन के प्रति पॉजिटिव सोच को बनाए रखने में मदद करता है। इसके लिए उनके सफलताओं के साथ-साथ उनके किए गए प्रयासों का जश्न मनाना न भूलें। ऐसा करके उन्हें एहसास दिलाएं कि आपको उनपर गर्व है।

विश्वास रखें

बच्चों की क्षमताओं पर विश्वास करके, उन्हें यह विश्वास दिलाएं कि वो सबकुछ कर सकते हैं, जो एक सफल इंसान कर पाता है। दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है, जो वो नहीं कर सकते।

सुरक्षा का एहसास

जिन बच्चों के घर और आस-पास का माहौल सुरक्षित होता है, ऐसे बच्चों में सोशल एटिकेट्स और हेल्दी मानसिकता का विकास होता है। इसलिए उन्हें सुरक्षित महसूस कराने की जिम्मेदारी पैरेंट्स की होती है।

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