Parenting Tips: क्या करें जब बच्चे बार-बार बोलें कि 'मैं बोर हो रहा हूं'?
Parenting Tips बच्चों को घर पर एंगेज रखना आसान काम नहीं है। कई बार ऐसा होता है कि आप काम में व्यस्त हैं और बच्चे को समझ नहीं आ रहा कि वह क्या करे। आपके साथ भी कई बार ऐसा हुआ होगा जब बच्चे ने आकर कहा हो कि वह बोर हो रहा है। तो ऐसे में क्या किया जा सकता है आइए जानें।
By Jagran NewsEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Fri, 04 Aug 2023 12:37 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Parenting Tips: क्या आपका बच्चा भी हर पांच मिनट में आपके पास अपनी सबसे बड़ी परेशानी लेकर आते रहता है जिसका नाम है कि "मैं बोर हो रहा हूं"?
सबसे पहले यह जान लें कि बोर होना एक अच्छी प्रक्रिया है, जिसमें बच्चे की क्रिएटिविटी और स्किल्स तेजी से बढ़ती हैं। बच्चे इस अनियमित समय के फ्रेम में कुछ अलग करने का सोचते हैं, कोई नई चुनौतियां चाहते हैं, आपका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करना चाहते हैं या फिर आप क्या कर रहे हैं उसके बारे में जानना चाहते हैं और इसलिए वे आपके पास आते हैं ये बोलते हुए कि "मैं बोर हो रहा हूं!"
तो आइए जानते हैं कि कैसे निपटें इस अटपटी सी परेशानी से जो सुनने में तो बड़ी छोटी जान पड़ती है, लेकिन असल में ये अधिकतर मांओं की बहुत बड़ी दिक्कत है :
- बच्चे को खिलौनों से भर देना उद्देश्य नहीं होना चाहिए। जरूरी है कि कम हों पर क्वालिटी के खिलौने हों। उन्हें लीगोज, पज़ल या कोई भी बिल्डिंग ब्लॉक्स टाइप के खिलौने दें। जिससे वे घंटों अलग-अलग तरह के नमूने बनाने में व्यस्त रहें। इससे उनकी क्रिएटिविटी भी बढ़ेगी।
- बच्चे को प्रकृति के करीब रखें। वे पेड़ पौधे, फूल, फल, घास, आसमान, चिड़िया, गिलहरी, हवा और पानी जैसे वातावरण से घिरे रहेंगे तो प्रकृति की गोद में उनके घंटों बीत जाएंगे और उनका शारीरिक और बौद्धिक विकास भी होगा। अगर आप बाहर नहीं जा सकते तो बालकनी या छत पर भी बच्चे को लेकर जा सकते हैं, जहां उन्हें खुला आसमान दिखे। बच्चे प्रकृति को देख कर बहुत खुश होते हैं।
- आवश्यकता से अधिक उन्हें रूटीन में न बांधें। एक ही रूटीन रोज-रोज फॉलो करने से वे जल्दी बोर हो जाते हैं। या तो उनकी रूटीन में ही अलग-अलग तरह के क्रिएटिव कामों का समय निर्धारित करें। जिसके लिए वे बेसब्री से इंतज़ार करें।
- इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की समय सीमा निर्धारित करें। इसकी लत लगने से जब बच्चे गैजेट से दूर होते हैं, तो उन्हें बेचैनी महसूस होती है। जिसके कारण वे तत्काल बोर होने लगते हैं। इसलिए जितना संभव हो टीवी मोबाइल के इस्तेमाल के लिए कड़े नियम बनाएं।
- उन्हें पेपर और कलर दें और उनसे वो बनाने को बोलें जो वो बड़े हो कर बनना चाहते हैं, या फिर उन्हें क्या खाना पसंद है, किसके साथ खेलना पसंद है, कहां घूमना पसंद है, वो सबकुछ बनाने को बोलें जिससे उनके दिल की बात पेपर पर उकेरी जा सके। इससे उनकी क्रिएटिविटी बनी रहेगी और आपको भी उनके दिल की बातें पता चलेंगी।