रिश्ते में बढ़ते झगड़े और बहाने हो सकते हैं Relationship Burnout का संकेत, ऐसे निकलें इससे बाहर
आप दोनों में प्यार तो है लेकिन काम और दूसरी जिम्मेदारियों के चलते एक-दूसरे को वक्त नहीं दे पा रहे हैं तो इसके चलते लड़ाई- झगड़े होना नॉर्मल है। आए दिन होने वाली बहसबाजी पार्टनर के साथ वक्त बिताने से बचना ये सभी चीजें रिलेशनशिप बर्नआउट का संकेत हो सकते हैं। इससे जितना जल्द हो सके बाहर निकलें वरना बिगड़ सकती है बात।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। जैसे-जैसे रिलेशनशिप पुराना होते जाता है, उसका चार्म थोड़ा कम होने लगता है और ये कोई अजीब बात नहीं। हर रिलेशनशिप को इस दौर से गुजरना पड़ता है। लव हो या अरेंज मैरिज दोनों में ही कपल्स इस चीज का एक्सपीरियंस करते हैं, लेकिन आजकल रिलेशनशिप में एक नई चीज जो देखने को मिल रही है वो यह कि कपल्स कुछ ही महीनों में बोरियत का एहसास करने लगे हैं। वर्किंग कपल्स में तो ये और ज्यादा बढ़ गया है। जिससे वो बेवजह की बातों पर झगड़ रहे हैं, अलग होने की बातें कर रहे हैं और तनाव में जी रहे हैं। इसे एक्सपर्ट्स रिलेशनशिप बर्नआउट का नाम दे रहे हैं। आइए जानते हैं इस बारे में।
क्या है रिलेशनशिप बर्नआउट?
रिलेशनशिप जब किसी एक या दोनों के लिए बोझिल लगने लगे। बेमतलब की बहसबाजी और बहानेबाजी बढ़ जाए, तो इसे रिलेशनशिप बर्नआउट कहा जा सकता है। लगातार इस बर्नआउट को झेलना बहुत मुश्किल हो जाता है। फिर अलग होना ही कपल्स को आसान उपाय समझ आता है।रिलेशनशिप बर्नआउट की पहचान कर पाना आसान है, लेकिन कई बार हम इसे शादीशुदा जिंदगी की आम समस्या मानकर इग्नोर करते रहते हैं और जब पानी सिर से ऊपर चला जाता है, तो ये लड़ाई-झगड़े का रूप लेने लगता है।
रिलेशनशिप बर्नआउट के संकेत
साथ समय न बिताना
इसे आप सबसे पहला संकेत समझ सकते हैं। पार्टनर के साथ समय बिताने की दिलचस्पी खत्म होती जा रही है, तो यह आपके रिश्ते के लिए सही नहीं।
आए दिन होने वाली बहस
ऐसे झगड़े जिन्हें आराम से बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता था, वो अब गंदी बहस में बदल रहे हैं और इसके चलते दिनों-दिन बातें नहीं होतीं।साथ होकर ही साथ न रहना
साथ बैठे तो हैं, लेकिन अपने फोन, लैपटॉप या टीवी में घुसे हैं, तो ये भी रिलेशनशिप बर्नआउट का संकेत है।