रिलेशनशिप में साथ रहने के बावजूद जूझ रहे हैं अकेलेपन से, तो इन तरीकों से निपटें इस सिचुएशन से
रिलेशनशिप में रहने के बावजूद कुछ लोग अकेलेपन से जूझते रहते हैं। ये सिचुएशन उन्हें मानसिक रूप से बीमार बना सकती है। अगर आप भी ऐसी सिचुएशन में फंसे हुए हैं और इससे बाहर निकलने का कोई रास्ता समझ नहीं आ रहा है तो सबसे पहले इसकी वजह जानने की कोशिश करें फिर इससे निपटने के तरीकों पर ध्यान दें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सिंगल रहना और अकेलापन ये दो अलग-अलग चीज़ें हैं। सिंगल रहना आपकी च्वॉइस हो सकती है, लेकिन अकेलेपन के पीछे कई बार मजबूरी भी छिपी हो सकती है। कई बार लोग रिलेशनशिप में रहते हुए भी अकेले रहते हैं। अकेलापन आपको मानसिक रूप से बीमार बना सकता है। ऐसी सिचुएशन का सामना तब करना पड़ता है जब पार्टनर के साथ इमोशनल बॉन्डिंग में कमी हो। इसके अलावा कम्युनिकेशन, विश्वास की कमी, रूचियों में अंतर और काम की व्यस्तता भी इसके अन्य कारणों में शामिल हो सकते हैं, तो सबसे पहले आप अपने रिलेशनशिप में इस अकेलेपन की वजह को जानने की कोशिश करें फिर इससे निपटने के तरीकों पर फोकस करें।
अकेलेपन से निपटने के टिप्स
ब्रेक लें
अगर आपको बहुत वक्त से रिलेशनशिप में अकेलापन फील हो रहा है, तो कुछ समय का ब्रेक लें। यकीन मानिए ये काफी हेल्पफुल साबित होता है। ब्रेक लेकर घर में बैठकर उदास होने के जगह घूमने-फिरने का प्लान बनाएं, पुराने दोस्तों से मिलें या फिर किसी ऐसे काम में खुद को इंगेज करें जिससे आपको अच्छा लगता है। इस छोटे से ब्रेक से मूड तो बदलेगा ही साथ ही हो सके पार्टनर को भी आपकी कद्र पता चले।
सेल्फ केयर करें
कई बार हम प्यार में और रिलेशनशिप में अपने आप को इस तरह से समर्पित कर देते हैं कि खुद पर ध्यान ही नहीं दे पाते। मानसिक के साथ-साथ शारीरिक और भावनात्मक रूप से भी कमजोर होते जाते हैं। इस बात पर गौर फरमाएं कि सेहत से बढ़कर कुछ नहीं होता। अपने आप से प्यार करना सबसे जरूरी है। अकेलेपन से निपटने में सेल्फ केयर भी काफी मददगार साबित हो सकता है। नींद के साथ समझौता न करें, हेल्दी डाइट लें, किसी न किसी तरह की फिजिकल एक्टिविटीज़ करें, मेडिटेशन से बहुत हेल्प मिलती है और अपनी मनपसंद चीज़ों को वक्त दें।कम्युनिकेशन स्किल पर करें काम
रिलेशनशिप में खटास, अकेलेपन की वजह कम्युनिकेशन की कमी भी होती है। रिलेशनशिप में अगर आप किसी चीज़ को नहीं झेल पा रहे हैं, तो उसे चुपचाप सहने के बजाय एक साथ बैठकर बात करें। बात करने से ही बात बनती है ये समझना जरूरी है। अगर रिश्ते में किसी तरह की कोई शिकायत नहीं, तो ये मानकर चलिए को कोई एक समझौता करके चल रहा है।ये भी पढ़ेंः- वैवाहिक जीवन में तनाव और दरार की वजह बन सकता है गुस्सा, इन तरीकों से करें इसे कंट्रोल
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