Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Reasons For Divorce: पिछले कुछ समय से क्यों आम हो गए हैं तलाक और सेपेरेशन, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Reasons For Divorce आजकल तलाक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शादी के कुछ दिनों बाद ही पति-पत्नी के बीच लड़ाई उसके बाद मामले कोर्ट तक जाना इन दिनों आम होता जा रहा है। हालांकि भारत में आज भी अन्य देशों की तुलना में तलाक कम होते हैं।

By Saloni UpadhyayEdited By: Saloni UpadhyayUpdated: Thu, 18 May 2023 01:24 PM (IST)
Hero Image
पिछले कुछ समय से क्यों आम हो गए हैं तलाक और सेपेरेशन

नई दिल्ली, सलोनी उपाध्याय। Reasons For Divorce: कपल्स में लड़ाई-झगड़े होना काफी आम है। कहा जाता है कि नाराजगी और झगड़ों की वजह से रिश्ते में प्यार बरकरार रहता है। लेकिन कई बार ये मनमुटाव इतना बढ़ जाता है कि लोग शादी को खत्म करने का फैसला करते हैं।

शादी को सात जन्मों का रिश्ता माना जाता है, लेकिन आपसी मनमुटाव, वैचारिक मतभेद और अन्य कारणों से यह रिश्ता कुछ ही दिनों बाद टूट जाता है। बीते कुछ सालों से भारत में तलाक के मामले काफी तेजी से बढ़ने लगे हैं।आखिर किन कारणों की वजह से तलाक की नौबत आती है। इसका जवाब जानने के लिए जागरण ने रिलेशनशिप एक्सपर्ट और मेटानोई की फाउंडर रिचा होरा से बातचीत की और जाना कि सेपेरेशन के मामले इन दिनों क्यों आम होते जा रहे हैं।

भूमिकाओं में हुआ है बदलाव

पहले महिलाओं को घर संभालने की जिम्मेदारी दी जाती थी और पुरुष बाहर का काम देखते थे। हालांकि, पिछले कुछ सालों में यह भूमिकाएं बदली हैं। ऐसी कई महिलाएं हैं, जो ऑफिस जाती हैं और उनके पति घर के कामों में भी मदद करते हैं। लेकिन फिर भी भूमिकाओं में आए ये बदलाव कई बार तनाव का कारण बनते हैं।

फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स

आमदनी या पैसों से जुड़ी समस्याएं अक्सर तलाक के प्रमुख कारणों में देखी जाती हैं। पैसों की तंगी अच्छे से अच्छे रिश्ते पर भी दबाव डाल देती है। खर्च करने की आदतों, कर्ज और बचत की प्राथमिकताओं पर असहमति से भी शादी में तनाव और दिक्कत शुरू हो जाती हैं।

एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर

शादी के बाद पार्टनर का किसी और से संबंध कई रिश्तों को तोड़ चुका है। आज की जिंदगी में सोशल मीडिया और ऑनलाइन डेटिंग साइट्स तक पहुंच काफी आसान हो गई है, जिसकी वजह से शादी में बेवफाई के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस तरह के रिश्ते एक पति और पत्नी के बीच के भरोसे को खत्म करते हैं, जिससे रिश्ता भी अंत की ओर जाने लगता है।

कपल्स के बीच में बातचीत की कमी

बातचीत रखना किसी भी रिश्ते की नींव मानी जाती है। जब कपल्स के बीच उचित कम्यूनिकेशन नहीं होता, तो उनके बीच गलतफहमियां और झगड़े होना शुरू हो जाते हैं और इसी तरह दूरियां पैदा होने लगती हैं।

एक-दूसरे को बदलने की कोशिश

कई बार देखा जाता है कि पार्टनर जैसा है उसे उसी तरह स्वीकार करने में कई लोग दिक्कत महसूस करते हैं। वे उनकी दूसरे लोगों से तुलना करने लगते हैं। वे अपनी ख्वाहिशों और आकांक्षाओं के लिए कंट्रोल करने या फिर चालाकी से काम निकलवाने की कोशिश करते हैं। जिससे रिश्ते में निराशा और आत्म-संदेह पैदा होता है।

अवास्तविक उम्मीदें

फिल्मों और सोशल मीडिया की वजह से आमतौर पर लोगों के दिमाग में शादी को लेकर एक अवास्तविक तस्वीर बनी होती है। वह इसी के साथ शादी के रिश्ते की शुरुआत करते हैं और अपने पार्टनर से अनरियलिस्टिक एक्सपेक्टेशन करते हैं। जिसके बाद उनके हाथ सिर्फ निराशा ही लगती है। आज ज्यादातर लोग न्यूक्लियर फैमिली में रहते हैं, जिसकी वजह से एक ही व्यक्ति से कई सारी उम्मीदें हो जाती हैं, जिससे उस पर काफी दबाव बनने लगता है।

मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतें

अवसाद, एंग्जायटी, ड्रग्स का उपयोग और इसी तरह की दूसरी मानसिक स्थितियां एक कपल के रिश्ते पर भारी असर डालती हैं। जो तनाव, परेशानी और संघर्ष की वजह बनते हैं।