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मुगलों ने भारत में बनवाई थी ये 10 ऐतिहासिक इमारतें, खूबसूरती ऐसी कि बार-बार देखने से भी नहीं भरता मन

मुगल काल में राजनीतिक और सांस्कृतिक बदलाव के साथ-साथ भारतीय वास्तुकला को भी एक नई ऊंचाई मिली। मुगल शासकों द्वारा बनवाए गए भव्य स्मारक (Historical Monuments In India) आज भी विश्वभर में अपनी शानदार वास्तुकला के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में आपको ऐसी 10 इमारतों के बारे में बताते हैं जिनका दीदार किए बगैर भारत दर्शन का सपना अधूरा ही रहता है।

By Nikhil Pawar Edited By: Nikhil Pawar Updated: Wed, 11 Sep 2024 04:30 PM (IST)
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भारत को मुगलों की देन हैं ये 10 ऐतिहासिक इमारतें
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भारत की धरती पर मुगल शासकों ने बेहद शानदार और विशाल इमारतों (Great Monuments Of India) का निर्माण करवाया था, जो आज भी भारतीय इतिहास और वास्तुकला का गौरव बनकर खड़ी हैं। ये इमारतें न केवल मुगल काल की समृद्धि और शक्ति का प्रतीक हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और कला का भी एक बेशकीमती खजाना (Historical Monuments In India) हैं। यह भव्य स्मारक आज भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं, आइए जानते हैं ऐसी ही 10 खूबसूरत इमारतों के बारे में, जिनका निर्माण मुगलों ने करवाया था।

1) ताजमहल, आगरा

भारत और विश्व में सबसे प्रसिद्ध स्मारकों में से एक, ताजमहल, प्यार का एक प्रतीक है। यमुना नदी के किनारे स्थित इस भव्य मकबरे को मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। शुद्ध संगमरमर से निर्मित, ताजमहल की खूबसूरती देखते ही बनती है। इसकी नाजुक नक्काशी और समृद्ध डिजाइन भारत की कला और संस्कृति की समृद्धि को दर्शाते हैं। वर्ष 1983 से, ताजमहल यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है।

2) लाल किला, दिल्ली

शाहजहां द्वारा बनवाया गया लाल किला, भारत की सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारतों में से एक है। लाल बलुआ पत्थर से बने इस किले का निर्माण 1639 में शुरू हुआ था। यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल इस किले का इस्तेमाल आज भी राष्ट्रीय उत्सवों के लिए किया जाता है।

3) कुतुब मीनार, दिल्ली

कुतुब मीनार दुनिया की सबसे ऊंची मीनारों में से एक है। इसका निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1200 ईस्वी में शुरू किया था और बाद में अन्य मुगल शासकों द्वारा इसे पूरा किया गया। यह लाल बलुआ पत्थर से बना एक विशाल स्तंभ है, जो अपनी वास्तुकला और इतिहास के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है।

4) जामा मस्जिद, दिल्ली

शाहजहां द्वारा बनवाई गई जामा मस्जिद, दिल्ली की सबसे बड़ी मस्जिद है। मुगल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना होने के कारण यह मस्जिद अपनी भव्यता के लिए जानी जाती है और भी देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने का काम करती है।

5) बुलंद दरवाजा, फतेहपुर सीकरी

'बुलंद दरवाजा', जिसका अर्थ है 'जीत का द्वार', महान मुगल सम्राट अकबर द्वारा वर्ष 1601 में गुजरात पर विजय प्राप्त करने के मौके पर बनवाया गया था। आगरा के निकट स्थित फतेहपुर सीकरी में स्थित यह स्मारक दुनिया का सबसे ऊंचा प्रवेश द्वार है। इसकी भव्यता और वास्तुकला मुगल साम्राज्य की शक्ति और समृद्धि को दर्शाती है।

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6) हुमायूं का मकबरा, दिल्ली

हुमायूं का मकबरा मुगल बादशाह अकबर ने अपनी पिता की याद में बनवाया था। यह लाल बलुआ पत्थर से बना एक विशाल मकबरा है, जो अपनी वास्तुकला और इतिहास के लिए प्रसिद्ध है।

7) बीबी का मकबरा, औरंगाबाद

क्या आप जानते हैं कि औरंगाबाद में एक 'मिनी ताजमहल' है? बीबी का मकबरा नामक यह स्मारक, औरंगजेब के बेटे आजम शाह द्वारा अपनी मां के लिए बनवाया गया था। इसकी खूबसूरती और शानदार डिजाइन आपको ताजमहल की याद दिला देगा।

8) जामिया निजामिया, भोपाल

जामा निजामिया मुगल बादशाह आसफ जाही द्वारा बनवाया गया एक मदरसा है। यह एक विशाल परिसर है, जिसमें कई कक्षाएं, मस्जिदें, और बागान शामिल हैं। बता दें, जामा निजामिया भारत की सबसे बड़ी मदरसों में से एक है।

9) आगरा का किला

आगरा का किला, ताजमहल के बाद आगरा का सबसे प्रसिद्ध स्मारक है। शाहजहां द्वारा बनाया गया यह किला यूनेस्को की विश्व धरोहर है और दिल्ली के लाल किले से प्रेरित है। किले के अंदर कई ऐतिहासिक इमारतें और बाग हैं।

10) ​मोती मस्जिद, आगरा

आगरा किले के अंदर स्थित मोती मस्जिद, शाहजहाँ द्वारा बनवाया गया एक सफेद संगमरमर का खूबसूरत स्मारक है। 1647 में शुरू हुआ इसका निर्माण 1654 में पूरा हुआ था। अपनी चमकदार सतह के कारण इसे 'मोती मस्जिद' कहा जाता है।

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