जेब पर भारी नहीं पड़ेगा अलवर घूमने का प्लान, 3 से 4 दिन की छुट्टी काफी है पूरा शहर एक्सप्लोर करने के लिए
अलवर राजस्थान का एक प्रमुख शहर है और साथ ही पर्यटन के लिहाज से भी यह शहर बहुत खास है। घूमने- फिरने के ठिकानों की यहं कोई कमी नहीं। अगर आप दो से तीन दिनों की छुट्टियों को बिताने के लिए बजट में किसी जगह की तलाश कर रहे हैं तो यहां आने का प्लान बना सकते हैं। अक्टूबर से मार्च यहां घूमने का बेस्ट सीजन होता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। अलवर राजस्थान का एक ऐसा शहर है, जहां आप तीन से चार दिनों की छुट्टियां बजट में प्लान कर सकते हैं। मार्च महीने से भारत में गर्मियों की शुरुआत हो जाती है। जब राजस्थान घूमने लायक नहीं होता, तो अगर आप एक शॉर्ट, बजट ट्रिप प्लान कर रहे हैं, तो बिना ज्यादा सोचे अलवर का प्लान बना लें। यहां का मौसम अभी बहुत ही अच्छा रहता है। साथ ही यहां घूमने के लिए भी काफी कुछ है। आइए जानते हैं इस शहर की ऐसी ही कुछ खासियतों के बारे में।
सिटी पैलेस
राजस्थान अपने किले और महलों के लिए ही तो मशहूर है। यहां के हर एक शहर में आप खूबसूरत महलों का दीदार कर सकते हैं, तो भला अलवर कैसे पीछे छूट जाता। अलवर का सिटी पैलेस घूमने, फोटोग्राफी के लिए शानदार जगह है। इसे विनय विलास पैलेस के नाम से भी जाना जाता है। सिटी पैलेस की दीवारें, छत की भित्तिचित्र और दर्पण का काम इस महल की खासियत है और इसकी शोभा को दोगुना करते हैं। यह महल मुगल और राजस्थानी डिजाइन्स की झलक दिखाता है।
भानगढ़ किला
भानगढ़ किला, बहुत ही डरावनी जगह मानी जाती है। जिसका निर्माण 17वीं शताब्दी में राजा मानसिंह प्रथम ने करवाया था। वैसे यह किला अपनी खास कलाकृतियों के लिए भी जाना जाता है। लोगों का मानना है कि रात के समय इस महल से अजीब और डरावनी आवाजें सुनाई देती हैं। जिस वजह से इस किले में रात के समय जाने पर रोक लगा दी गई है। यह किला सुबह 10 बजे खुलता है और शाम 5 बजे के बाद बंद हो जाता है।सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान
अलवर का सेंटर ऑफ अट्रैक्शन है सरिस्का नेशनल पार्क। ज्यादातर टूरिस्ट राष्ट्रीय उद्यान ही घूमने आते हैं और ये वाकई पैसा वसूल जगह है। अरावली पहाड़ियों में लगभग 800 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान। इस पार्क में जानवरों से लेकर पेड़-पौधों तक की ढ़ेरों वैराइटी मौजूद है। सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान में रॉयल बंगाल टाइगर्स देखने को मिलते हैं। इसके अलावा यहां सांभर, चीतल, बारासिंघा, हिरण, लंगूर आदि और कई अन्य जंगली जानवर भी देखे जा सकते हैं। जहां और कई दूसरे राष्ट्रीय उद्यान साल के कुछ महीने बंद रहते हैं वहीं सरिस्का पूरे साल खुला रहता है।
नीमराणा की बावड़ी
नीमराना के अंदर नीमराना बावड़ी स्थित है, जो एक बहुमंजिला संरचना है और ये काफी पुरानी है। ये यहां का प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो नीमराना पैलेस के नजदीक ही स्थित है। इसमें कुछ 170 सीढ़ियां हैं। ये बावड़ी पुरानी वास्तुकला का नायाब नमूना है। नीमराना की बावड़ी 9 मंजिला इमारत थी और हर एक मंजिल की ऊंचाई लगभग 20 फीट है। इसे भी यहां आकर जरूर देखें।