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Anant Ambani के ड्रीम प्रोजेक्ट 'Vantara' में 200 से ज्यादा हाथियों को मिलती है स्पेशल डाइट, जानिए क्या है खास

एनिमल लवर्स के लिए रेस्क्यू किए गए जानवरों को देखने की फीलिंग काफी स्पेशल होती है। आज इस आर्टिकल में हम आपको अनंत अंबानी के वनतारा प्रोजेक्ट के बारे में बताएंगे जहां 200 से ज्यादा रेस्क्यू किए गए हाथियों को वर्ल्ड क्लास फैसिलिटीज दी जा रही हैं। इनके रहन सहन से लेकर खाने-पीने का मेन्यू देखेंगे तो आपके भी होश उड़ जाएंगे।

By Nikhil Pawar Edited By: Nikhil Pawar Updated: Tue, 19 Mar 2024 03:32 PM (IST)
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दुनिया का सबसे बड़ा एनिमल रेस्क्यू सेंटर आपने देखा क्या?

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Vantara Animal Rescue Centre: जामनगर में रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस फाउंडेशन का वनतारा प्रोजेक्ट पशु प्रेमियों के लिए देखने लायक जगह है। यह प्रोजेक्ट मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी का है, जिसमें घायल और विलुप्त हो रहे जानवरों को वर्ल्ड क्लास फैसिलिटीज मुहैया कराई जा रही हैं। वैसे तो यहां कई जानवरों के पुनर्वास की व्यवस्था है, लेकिन इस आर्टिकल में हम खासतौर से हाथियों के रेस्क्यू की बात करने जा रहे हैं। बता दें, ऐसे हाथियों की संख्या यहां 200 से ज्यादा है। आइए आपको बताते हैं इससे जुड़ी दिलचस्प जानकारी।

क्या है वनतारा प्रोजेक्ट?

हाल ही में, रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस फाउंडेशन की ओर से जामनगर में एनिमल वेलफेयर के लिए वनतारा प्रोजक्ट की शुरुआत की। यह 3000 एकड़ जमीन में फैला हुआ है, जो रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स के ग्रीन बेल्ट में शामिल है। यहीं पर वनतारा का रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर है, जो 600 एकड़ में बना हुआ है। अनंत अंबानी के इनिशिएटिव के तहत यहां 200 से ज्यादा हाथियों और अन्य जीवों को रेस्क्यू करके लाया गया है। यहां मगरमच्छ, तेंदुआ और गैंडा जैसी प्रमुख प्रजातियों के पुनर्वास की व्यवस्था भी है।

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हाथियों के लिए शानदार जकूजी

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600 एकड़ में फैले वनतारा का रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें, पिछले दिनों हुए अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के प्री वेडिंग फंक्शन के बीच इस खास इनिशिएटिव को लोगों तक पहुंचाया गया था। यहां हाथियों के लिए मौजूद पर्सनलाइज्ड फूड चार्ट को आप देखेंगे, तो देखते ही रह जाएंगे। यहां इनके लिए जकूजी भी उपलब्ध है, जहां घायल या बुजुर्ग हाथियों को आराम मिल पाता है।

एक दिन में खाते हैं 130 किलो चारा

राधे कृष्ण मंदिर हाथी कल्याण ट्रस्ट की यह रसोई ऐसी है, जहां 40 भारतीय न्यूट्रिशनिस्ट काम करते हैं, यहां जर्मनी से एक न्यूट्रिशनिस्ट हेड भी हैं, जो अलग-अलग हाथी के हिसाब से खाना बनाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक दिन में हाथी 130 किलोग्राम तक चारा खा सकते हैं। ऐसे में इनका रखरखाव काफी जिम्मेदारी भरा काम है।

हाथियों का डाइट चार्ट है बेहद खास

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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर हाथियों का डाइट चार्ट भी वनतारा की ओर से शेयर किया गया है, जिसमें आप एक मादा हाथी लीलावती की एक दिन की खुराक को देख सकते हैं। ब्रेकफास्ट में लीलावती एक रागी का लड्डू, 10 किलो खिचड़ी, एक रोटी खा जाती है। इसके बाद उसे हरा चारा और अन्य चीजें भी दी जाती हैं। दोपहर के खाने की बात करें, तो 2 किलो फल और 3 किलो सब्जियों के साथ हरा चारा मिलाकर भी दिया जाता है। 10 किलो सूखा चारा खाने के बाद लीलावती को सेब और अनार जैसे फल भी दिए जाते हैं। बता दें, इस प्राणी उद्यान को जल्द ही आम जनता के लिए भी खोल दिया जाएगा।

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Picture Courtesy: Freepik