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Eid al-Adha 2023: बकरीद पर बनाएं इन दरगाह और मस्जिदों पर जानें का प्लान, दिखेंगे त्योहार और इतिहास के कई रंग

Eid al-Adha 2023 बकरीद अल्लाह के प्रति अपनी वफादारी निभाने का त्योहार है। इस त्योहार को बलिदान का त्योहार भी कहते हैं। मुस्लिम समुदाय में इस त्योहार का काफी महत्व है और दुनिया भर में इसका जश्न मनाया जाता है। आने वाली 29 जून को यह त्योहार मनाया जाएगा। आइये जानते हैं भारत में कौन से मस्जिद और दरगाह मशहूर हैं जहां आपको जरूर जाना चाहिए।

By Ritu ShawEdited By: Ritu ShawUpdated: Tue, 27 Jun 2023 12:48 PM (IST)
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Eid al-Adha 2023: भारत के लोकप्रिय दरगाह और मस्जिद
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Eid al-Adha 2023: ईद-उल-अजहा अब बेहद करीब है। इस्लामिक धर्म के दूसरे सबसे लोकप्रिय और पवित्र त्योहार को मनाने के लिए दुनिया भर के मुसलमान काफी उत्साहित हैं और इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं। ईद-उल-अजहा बलिदान का त्योहार है और दुनिया भर में मुसलमानों द्वारा धू अल-हिज्जा के दसवें दिन इसे मनाया जाता है। यह दो ईद त्योहारों में से एक है और भारत में इसे व्यापक रूप से मनाया जाता है। रंग-बिरंगे कपड़े, लजीज पकवान, मिठाइयां और घर की साज-सजावट के अलावा यह त्योहार प्रार्थना के लिए भी है। बकरीद पर दुनिया भर में मुसलमान मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ते हैं और अपने परिवार की सलामती और खुशहाली की दुआ मांगते हैं।

बकरीद क्यों मनाते हैं?

ईद-उल-अजहा मुस्लिम समुदाय का एक प्रमुख त्योहार है, जो हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद दिलाता है। अल्लाह की तरफ अपनी वफादारी साबित करने के लिए वह अपने बेटे इस्माइल की कुर्बानी के लिए भी तैयार हो गए थे। तभी से बकरीद का त्योहार मनाया जाने लगा। इस खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं भारत की कुछ प्रमुख मस्जिदों के बारे में, जहां आपको इस बकरीद जरूर जाना चाहिए।

ईद-उल-अजहा पर भारत में घूमने लायक कुछ प्रसिद्ध मस्जिद:

1) जामा मस्जिद, दिल्ली:

यह शायद भारत की सबसे प्रसिद्ध मस्जिद में से एक है, जिसे यूनेस्को की विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है। इसे मुगल सम्राट शाहजहां ने बनवाया था। शाहजहां को वास्तुकला का शौक था। मस्जिद को सरकार द्वारा राष्ट्रीय विरासत स्थल घोषित किया गया है और यह भारत में एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन गया है। इस मस्जिद का बड़ा गुंबद मीलों दूर से ही नजर आ जाता है। बात करें मस्जिद के बनावट की, तो इसके चार गुंबद हैं और यह एक ऊंची जगह पर स्थित है, जहां पहुंचने के लिए कई सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है। इस मस्जिद के निर्माण के बाद से ही कई बार इसका नवीनीकरण किया जा चुका है और अब यह वास्तुकला का एक सुंदर रूप दिखता है। हर साल ईद-उल-अजहा के दौरान, जामा मस्जिद पर भारी संख्या में भीड़ उमड़ती है।

2) हाजी अली, मुंबई:

हाजी अली दरगाह भारत की सबसे प्रसिद्ध इस्लामिक धार्मिक स्थलों में से एक है। यहां हर दिन हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। वहीं, बकरीद के पाक मौके पर तो यहां फरियादियों का तांता लगता है। इसे हाजी अली शाही मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है, जो समुद्र के बीच में स्थित है। इस मस्जिद का निर्माण सूफी संत हाजी अली शाह ने करवाया था। इस मस्जिद की वास्तुकला बहुत दिलचस्प है और इसे इस्लाम को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाया गया है। इस जगह के अंदर फ़ारसी, मुग़ल और यूरोपीय शैलियों सहित कई अलग-अलग प्रकार की वास्तुकला हैं। इसमें एक बड़ा गुंबद भी है, जिसे संगमरमर के पत्थरों और लकड़ी से बनाया गया है।

3) दरगाह शरीफ, अजमेर:

दरगाह शरीफ अजमेर शहर के प्रसिद्ध स्थलों में से एक है। यह राजस्थान में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक है। दरगाह शरीफ हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती को समर्पित है। यह स्थान इतिहास से भरा है और इसमें उस समय के कई अवशेष हैं जब इसे बनाया गया था। यह मस्जिद शहर में सबसे ऊपर नजर आती है, जिसे मीलों दूर से देखा जा सकता है। इस स्थान पर आने वाले सभी मुसलमानों को प्रार्थना के लिए दरगाह शरीफ तक जाना चाहिए और वहां प्रार्थना करनी चाहिए क्योंकि यह मुसलमानों के लिए सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है।

4) बड़ा इमामबाड़ा, लखनऊ:

बड़ा इमामबाड़ा भारत की सबसे प्रसिद्ध मस्जिदों में से एक है। इसे निज़ाम-ए-अदली के नाम से भी जाना जाता है, जो नवाबों के शहर लखनऊ में स्थित है। मस्जिद का निर्माण नवाब आसफ-उद-दौला ने कराया था और इसका नाम उन्हीं के नाम पर रखा गया था। बड़ा इमामबाड़ा की वास्तुकला बेहद खूबसूरत है और इसका ऐतिहासिक महत्व भी काफी है। बड़ा इमामबाड़ा को भारत की सबसे बड़ी असमर्थित संरचना माना जाता है और इसे भारत में सबसे आश्चर्यजनक वास्तुशिल्प सुंदरता में गिना जाता है। इसके निर्माण को पूरा होने में 14 साल लगे थे। पूरी इमारत लखनवी ईंटों और चूने के प्लास्टर से बनी है और इसके निर्माण के दौरान लकड़ी या धातु का कोई इस्तेमाल नहीं किया गया था।

5) हजरतबल दरगाह, श्रीनगर:

हजरतबल दरगाह मुसलमानों का एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है, जो जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में डल झील के किनारे स्थित है। यह मस्जिद कश्मीर की सबसे महत्वपूर्ण मस्जिदों में से एक है और हर साल हजारों लोग आते हैं। हजरतबल मस्जिद में एक गुंबद और एक मीनार है। मस्जिद में मोई-ए-मुक्कद्दस नाम का एक अवशेष है, जिसके बारे में माना जाता है कि यह पैगंबर मुहम्मद के बाल हैं।